भारतीय टीम के 3 बल्लेबाजी ऑलराउंडर जिन्हें विश्वकप 2019 से पहले आजमाया का सकता है

2000 के दशक के दौरान, भारत के पास सचिन, गांगुली, युवराज, सहवाग और रैना जैसे बैटिंग आलराउंडर थे जो बल्लेबाज़ी के साथ-साथ ज़रूरत पड़ने पर उपयोगी गेंदबाज़ी भी कर सकते थे लेकिन वर्तमान भारतीय टीम में केदार जाधव को छोड़कर कोई भी पार्ट-टाइम गेंदबाज़ नहीं हैं। विश्वकप 2015 में भारतीय टीम ने पांच विशेषज्ञ गेंदबाज़ खेलाए थे जिसकी वजह से किसी पार्ट-टाइम गेंदबाज़ की ज़रूरत महसूस नहीं की गई। लेकिन अब जबकि अगला विश्व कप शुरू होने में अभी एक साल से भी कम का समय बचा है और टीम इंडिया सिर्फ चार विशेषज्ञ गेंदबाज़ खेलाने की नीति पर चल रही है, टीम में बैटिंग आलराउंडर की कमी महसूस की जा रही है। हालाँकि फ़िलहाल, हार्दिक पांड्या पांचवें गेंदबाज की भूमिका निभाते हैं लेकिन फिर भी आईसीसी टूर्नामेंटों में उनसे पूरे 10 ओवर करवाना शायद मुमकिन न हो, ऐसे में टीम को ऐसा बैटिंग आलराउंडर ढूंढने की ज़रूरत है जो नियमित रूप से 4-5 ओवर गेंदबाज़ी कर सके। इस लेख में हम बैटिंग आलराउंडर के तीन संभावित विकल्पों पर एक नज़र डालेंगे: क्रुणाल पांड्या क्रुणाल पांड्या 2016 में आईपीएल में अपने शानदार प्रदर्शन से पहली बार लाइमलाइट में आये थे। बड़ौदा के यह ऑलराउंडर पिछले दो वर्षों से भारत 'ए' टीम के नियमित सदस्य रहे हैं। 2016 में अपने आईपीएल करियर की शानदार शुरुआत करने वाले पांड्या ने आईपीएल सीज़न 2017 में भी एक बैटिंग ऑलराउंडर के रूप में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। इस सीज़न के फाइनल मैच में उन्होंने दबाव में 47 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेलकर मुंबई इंडियंस की जीत में बेहद अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा क्रुणाल ने गेंद के साथ भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। आईपीएल में उन्होंने महान बल्लेबाज़ एबी डिविलियर्स को एक से अधिक अवसरों पर आउट किया है। उन्हें हाल ही में इंग्लैंड श्रृंखला के लिए भारतीय टी 20 आई टीम में चुना गया था लेकिन उन्हें कोई मैच खेलने का मौका नहीं मिला। लेकिन अगले साल होने वाले विश्व कप में उन्हें अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिल सकता है।विजय शंकर विजय शंकर ने इस साल की शुरुआत में निदाहस ट्रॉफी के दौरान भारत के लिए टी-20 से अपने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी और अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था। 27 वर्षीय विजय ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 47.24 की प्रभावशाली औसत से रन बनाए हैं। उन्होंने इस साल आईपीएल सीज़न में धमाकेदार बल्लेबाज़ी की थी और अपनी टीम दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए एक बढ़िया फिनिशर साबित हुए थे। इसके अलावा निदाहस ट्रॉफी के लीग चरणों में उन्होंने गेंद के साथ शानदार प्रदर्शन कर 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार भी जीता था।दीपक हूडा 2015 में राजस्थान रॉयल्स के लिए अपने आईपीएल करियर की शुरुआत करने वाले दीपक हुड्डा ने आईपीएल में अब तक 159 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। इसके अलावा प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 49.64 की बढ़िया औसत से रन बनाए हैं, जिसमें नाबाद 293* उनका उच्चतम स्कोर रहा है। वह मुख्य रूप से मध्यम क्रम के विस्फोटक बल्लेबाज हैं जो ज़रूरत पड़ने पर उपयोगी गेंदबाज़ी भी कर सकते हैं। टीम इंडिया में उनका चुनाव दो समस्याओं का समाधान कर सकता है। सबसे पहला, वह एक बेहतरीन फिनिशर हैं और उन्हें मध्य क्रम में नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी के लिए भेजा जा सकता है, दूसरा वह छठे गेंदबाज़ी के रूप में भी अपनी सेवाएं दे सकते हैं। लेखक: बालकृष्ण अनुवादक: आशीष कुमार

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