3.मिडिल ऑर्डर को खुलकर खेलने का मौका देना
भारतीय टीम ने मिडिल ऑर्डर में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका दिया और उन्होंने काफी रन बनाए। मार्नस लैबुशेन, मैथ्यू वेड और कैमरन ग्रीन ने तेजी से रन बनाए और लगभग हर ओवर में चौके मारे। भारतीय टीम विकेट लेने के बावजूद दबाव नहीं बना पाई।
इस बात का अंदाज आप इससे लगा सकते हैं कि चायकाल के बाद 11.1 ओवर में 5 की औसत से ऑस्ट्रेलिया ने 57 रन बना डाले। भारतीय टीम किसी भी तरह का दबाव नहीं बना पाई। अगर रन नहीं बनते तो शायद ऑस्ट्रेलियाई टीम प्रेशर में आकर और विकेट गंवाती।