Why Rohit Sharma Should Not Retire: मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट टीम रोहित शर्मा की कप्तानी में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में हिस्सा ले रही है, जिसमें टीम इंडिया ट्रॉफी उठाने से सिर्फ एक कदम दूर है। अगर भारतीय टीम फाइनल में न्यूजीलैंड को हरा देती है, तो ये दूसरा मौका होगा, जब मेन इन ब्लू रोहित की कप्तानी में कोई आईसीसी टूर्नामेंट जीतेगी।
इसी बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसे दावे भी किए जा रहे हैं कि शायद रोहित शर्मा चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के समापन के बाद वनडे फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर देंगे। हालांकि, उनके फैंस कभी नहीं चाहेंगे कि ऐसा कुछ हो। इस आर्टिकल में हम उन 3 कारणों का जिक्र करेंगे कि क्यों रोहित शर्मा को 2027 वर्ल्ड कप से पहले वनडे फॉर्मेट से संन्यास नहीं लेना चाहिए।
3. भारत को मिलेगा अनुभव का फायदा
वर्तमान में समय में रोहित शर्मा भारतीय टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। टीम इंडिया को अगर 2027 में वर्ल्ड कप जीतना है, तो उसके लिए रोहित शर्मा का टीम में रहना बहुत ज्यादा जरूरी है। भारतीय टीम को टूर्नामेंट में उनके अनुभव का भरपूर फायदा मिलेगा। वहीं, उनकी बॉन्डिंग भी टीम के सभी खिलाड़ियों के साथ काफी अच्छी है। सभी प्लेयर्स हिटमैन की काफी रिस्पेक्ट करते हैं और उनके होने से टीम का हौसला भी बढ़ा रहता है।
2. आक्रामक अप्रोच से भारत को मिली मदद
रोहित शर्मा भले ही 37 साल के हो चुके हैं, लेकिन उनके खेलने का अंदाज आज भी पहले की तरह बरकरार हैं। वर्तमान में भी विरोधी गेंदबाजों की पहली कोशिश रोहित शर्मा का विकेट चटकाने की होती है, क्योंकि वो जानते हैं कि रोहित शर्मा 10-15 ओवर खेल गए तो मैच पूरी तरह से एकतरफा कर देंगे। वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में भारत को रोहित के इस आक्रमक अप्रोच से मदद मिलेगी।
1. कप्तान के तौर पर आईसीसी टूर्नामेंट में शानदार रिकॉर्ड
आईसीसी इवेंट में रोहित शर्मा का कप्तानी का रिकॉर्ड कैसा रहा है, ये बात किसी से छुपी नहीं है। भले ही टीम इंडिया उनकी कप्तानी में अब तक सिर्फ एक आईसीसी ट्रॉफी जीती है। लेकिन भारत की कप्तानी में टीम इंडिया ने जीतने भी टूर्नामेंट खेले हैं, उसमें उन्होंने अपनी कप्तानी का लोहा मनवाया है। आईसीसी के वनडे टूर्नामेंट में रोहित शर्मा बतौर कप्तान 14 में से सिर्फ 1 मैच हारे हैं। ये आंकड़ा उनकी काबिलियत को दर्शाता है।