Anshul Kamboj Perfect Ten in Ranji Trophy:भारतीय घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी के इस सत्र में एक के बाद एक बड़े कारनामे देखे जा रहे हैं। जहां एक दिन पहले ही रणजी के इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी हुई तो इसके अगले ही दिन आईपीएल की टीम मुंबई इंडियंस से रिलीज किए गए एक स्टार युवा गेंदबाज ने परफेक्ट 10 के कारनामे को अंजाम दिया है। और इसके साथ ही इतिहास में अपना नाम दर्ज करवा लिया है।
जी हां... हरियाणा के युवा तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज ने रणजी ट्रॉफी में इतिहास रच दिया है। उन्होंने शुक्रवार को रणजी ट्रॉफी 2024-25 के एलीट ग्रुप-सी में केरल के खिलाफ हैरतअंगेज कारनामा किया है। इस मैच की पहली पारी में हरियाणा के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोल ने केरल के सभी 10 विकेट लेकर अपने नाम एक खास रिकॉर्ड दर्ज करवा लिया। तो चलिए आपको बताते हैं वो 3 गेंदबाज जिन्होंने रणजी इतिहास में झटके हैं एक पारी में 10 विकेट
3. प्रेमंगशु चटर्जी
भारत के रणजी इतिहास में बंगाल के पूर्व गेंदबाज प्रेमंगशु चटर्जी ने धमाका किया था। साल 1957-58 के रणजी सत्र में इस गेंदबाज ने कमाल करते हुए एक पारी में 10 विकेट निकाले थे। असम के खिलाफ जोरहट में खेले गए मैच में प्रेमंगशु चटर्जी ने 19 ओवर की गेंदबाजी की। जिसमें उन्होंने 11 ओवर मेडन डालते हुए सिर्फ 20 रन खर्च कर असम की टीम के सभी 10 बल्लेबाजों के विकेट अपनी झोली में डाले और रणजी क्रिकेट इतिहास में एक खास क्लब में अपनी जगह बना ली।
2. प्रदीप सुंदरम
राजस्थान रणजी क्रिकेट टीम के पूर्व गेंदबाज प्रदीप सुंदरम ने इस टूर्नामेंट में एक खास इतिहास बनाया है। प्रदीप सुंदरम ने 1985 में विदर्भ के खिलाफ खेले गए रणजी मैच में उनकी पारी के सभी 10 विकेट अपने नाम किए। प्रदीप ने 78 रन खर्च कर 10 विकेट अपने नाम किए और वो रणजी क्रिकेट इतिहास में परफेक्ट 10 करने वाले दूसरे गेंदबाज बने थे।
1.अंशुल कंबोज
रोहतक में खेले जा रहे मैच में केरल के खिलाफ अंशुल कंबोज ने बड़ा कमाल कर दिखाया। हरियाणा के इस तेज गेंदबाज ने पहले दिन केरल के 2 विकेट निकाले। इसके बाद दूसरे दिन के खेल में केरल की टीम ने 6 विकेट खोए और ये सभी विकेट इस तेज गेंदबाज ने हासिल किए। आखिर में मैच के तीसरे दिन केरल की पारी के बचे 2 विकेट भी अंशुल ने अपने नाम कर इतिहास में जगह बना ली। 23 साल के अंशुल कंबोज ने 30.1 ओवर की गेंदबाजी में 9 ओवर मेडन डाले और 49 रन खर्च कर सभी 10 विकेट झटके।