आईपीएल (IPL) के नए सीजन का काउंटडाउन शुरू हो गया है। 9 अप्रैल से पहले मैच के साथ ही सीजन का आगाज हो जाएगा और टूर्नामेंट में एक बार फिर से दर्शकों के लिए भरपूर मनोरंजन भी होगा। इस बार चीजें साधारण नहीं होगी लेकिन टीवी पर दर्शक मैचों का आनन्द उठा पाएंगे। आईपीएल के लिए सिर्फ छह स्टेडियम ही तय किये गए हैं और कोरोना वायरस को देखते हुए ऐसा करना लाजमी भी था।
क्रिकेट के खेल में नियम होने के बाद भी कई बार विवाद देखने को मिल जाते हैं। नियमों के अंदर दिए गए फैसलों पर भी बहस और विवाद होते कई बार देखे गए हैं। आईपीएल भी इससे दूर नहीं रहा है। आईपीएल में भी कुछ फैसलों पर असहमति और विवाद होते दिखे हैं और उनको लेकर लम्बी चर्चाएँ भी रही हैं। ऐसे ही कुछ मौकों पर आउट देने की घटनाओं ने सबसे ज्यादा तूल भी पकड़ा। उनके बारे में यहाँ बताया गया है और तीन सबसे विवादास्पद आउट की चर्चा यहाँ की गई है।
युसूफ पठान का ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड आउट
युसफ पठान 2013 के आईपीएल में केकेआर के लिए खेल रहे थे और 18वें ओवर में वह गेंद को धकेलकर भागना चाहते थे लेकिन यह पिच के पास ही गिर गई। गेंदबाज वेन पर्नेल थे। युसूफ पठान ने भागते समय गेंद को पैर से मारा और इसको लेकर अपील की गई। पठान ने खुद को दोषमुक्त बताया लेकिन अम्पायरों ने उन्हें आउट करार दिया।
डेविड वॉर्नर को विकेट के पीछे कैच आउट दिया गया
यह घटना पिछले सीजन में ही हुई थी जब एलिमिनेटर मैच में आरसीबी के खिलाफ सनराइजर्स हैदराबाद चेस कर रही थी। वॉर्नर के बल्ले और पैड के पास से गेंद निकल गई। कीपर एबी डीविलियर्स ने अपील की और मैदानी अम्पायर ने आउट नहीं दिया। डीआरएस में भी साफ़ नहीं था कि गेंद बल्ले से लगी है पैड से, लेकिन वॉर्नर को आउट दिया गया। इस पर काफी सवाल उठे।
जोस बटलर को मांकडिंग आउट
यह घटना पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच 2019 आईपीएल में हुई। जोस बटलर नॉन स्ट्राइक छोर पर खड़े होकर गेंद छूटने से पहले ही बार-बार क्रीज से बाहर जा रहे थे। इसको देखते हुए पंजाब के गेंदबाज और उस समय कप्तान अश्विन ने गेंदबाजी करते हुए बटलर को आउट करने के लिए गेंद से विकेट बिखेरकर आउट की अपील की। थर्ड अम्पायर ने देखा कि बटलर क्रीज से बाहर थे और नियमों के अनुसार यह आउट था लेकिन खेल भावना का मुद्दा बनाकर इस पर विवाद हुआ।