1.योगराज सिंह और युवराज सिंह
युवराज सिंह भारत के महानतम आलराउंडर में से एक हैं। साल 2000 में आईसीसी चैम्पियंस ट्राफी में युवराज ने अपने डेब्यू मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 84 रन की पारी खेली थी। उसके बाद वह भारतीय टीम के नियमित सदस्य बन गये थे। युवराज सिंह ने भारत के लिए कई यादगार पारियां खेली हैं। कैफ के साथ 2002 नेटवेस्ट ट्राफी के फाइनल की पारी आज भी लोगों के जेहन में बसी है।
इसके अलावा टी-20 विश्वकप 2007 में युवराज ने 6 गेंदों में 6 छक्के लगाकर भारत की खिताबी जीत में अहम योगदान दिया था। वहीं 2011 के विश्वकप में भी युवराज ने शानदार खेल दिखाया था। जिसकी वजह से वह प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट बने थे।
युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह भी पंजाब के तेज गेंदबाज़ थे। 1980/81 के न्यूज़ीलैंड दौरे पर उन्हें टीम में शामिल किया गया था, जहां उन्हें एक टेस्ट खेलने को मिला था और उन्हें एक विकेट मिला था। ये उनका आखिरी टेस्ट रहा। इसके अलावा 5 वनडे मैचों में उनके नाम 4 विकेट दर्ज हैं।