#2 मोहिंदर अमरनाथ
मोहिंदर अमरनाथ ने एक मध्य गति से गेंदबाज़ी करने वाले ऑलराउंडर के रूप में शुरुआत की थी, लेकिन वे आगे चलकर भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में से एक बने। उन्होनें भारत के लिए 4000 से ज़्यादा टेस्ट रन बनाए, वह भी 85.52 के बढ़िया स्ट्राइक रेट से।
लेकिन, अमरनाथ ऐसे इकलौते बल्लेबाज़ हैं जिन्हें गेंद को हाथ लगाने व फील्ड में बाधा डालने के कारण वनडे में आउट करार दिया गया था।
1986 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए, अमरनाथ पहले ऐसे बल्लेबाज़ बने जिन्हें आउट करार दिया गया क्योंकि उन्होनें हाथ लगाकर गेंद की दिशा बदली थी। तीन साल बाद, नेहरू कप में श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए अमरनाथ को फील्ड में बाधा डालने के कारण आउट कर दिया गया क्योंकि उन्होनें स्टंप्स पर जा रही गेंद को पैर मारकर उसकी दिशा बदल दी।
#3 राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़ निश्चित ही टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सबसे महान बल्लेबाज़ों में से एक हैं। इंग्लेंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में 95 बनाने के बाद से अपने संन्यास तक द्रविड़ भारतीय टीम का एक अनमोल हिस्सा रहे। उनके सम्भल कर खेलने वाले अंदाज़ ने ही उन्हें 'भारतीय टीम की दीवार' का दर्जा दिया है।
द्रविड़ वनडे व टेस्ट मैचों में 10000 से अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों के महान समूह का हिस्सा भी हैं। द्रविड़ टेस्ट श्रेणी में सबसे ज़्यादा गेंदें (31258) खेलने के विश्व रिकॉर्ड धारक भी हैं। दूसरी तरफ, 55 बार बोल्ड आउट होकर वे इस तरीके से टेस्ट मैचों में सबसे ज़्यादा बार आउट होने वाले बल्लेबाज भी हैं।