भारतीय गेंदबाजों के नाम सामने आने पर अनिल कुंबले, हरभजन सिंह और जहीर खान जैसे नाम आँखों के सामने आते हैं। इन सबके बीच भारतीय गेंदबाजी में तेज गेंदबाजों का नाम पीछे छूट जाता है। खासकर तेज गेंदबाजी में भारत के लिए बेहतरीन कार्य करने वाले नाम नदारद नजर आते हैं। भारतीय टीम के लिए विपक्षी टीमों के खिलाफ तेज गेंदबाजी में अपना डंका बजाने वाले नामों को कोई याद नहीं रखता। इन गेंदबाजों ने कई बार अपनी गेंदबाजी के दम पर टीम को मैच जितवाने में भी अहम भूमिका निभाई है।
एक जमाना ऐसा था जब भारतीय टीम में तेज गेंदबाज ज्यादा नहीं होते थे। कुछ गिने-चुने नाम ही इस फील्ड में होते थे। वर्तमान समय में भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण विश्व भर में काफी माना जाता है। इन सबके बीच हमेशा एक बहस यह भी रही है कि भारतीय तेज गेंदबाज अन्य देशों के गेंदबाजों की तुलना में ज्यादा तेज गेंद नहीं डालते। कई बार तुलना करने पर तूफानी गेंदबाजों की लिस्ट में भारतीय नाम नहीं आते। यह सिलसिला लम्बा चला है। इस आर्टिकल में भारतीय टीम के उन गेंदबाजों के नाम शामिल हैं जिन्होंने सबसे तेज गेंद का भारतीय रिकॉर्ड अपने नाम किया है।
यह भी पढ़ें: वनडे क्रिकेट में भारतीय टीम के 3 अद्भुत रिकॉर्ड
भारतीय टीम के 3 सबसे तेज गेंदबाज
वरुण आरोन
वरुण आरोन उन भारतीय गेंदबाजों में शामिल हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा तेज गेंद फेंकी है। भारत के लिए सिर्फ 9 टेस्ट और 9 वनडे खेलने वाले इस तेज गेंदबाज ने 153 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डाली है। बताया जाता है कि उन्होंने यह गेंद रणजी ट्रॉफी में डाली थी। वरुण आरोन चोटिल होने के बाद मैदान पर ज्यादा नहीं दिखते। वरुण आरोन लगातार 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डाल सकते हैं।
इशांत शर्मा
इशांत शर्मा भारतीय तेज गेंदबाजी में एक अलग नाम हैं, खासकर टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने शानदार खेल दिखाया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट मैच में 152।6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डाली। 2008 में इशांत शर्मा ने यह कारनामा किया था। इसके बाद भारतीय टेस्ट टीम में उनका कद बढ़ता चला गया और वे बड़े नाम बन गए।
जवागल श्रीनाथ
जवागल श्रीनाथ के बारे में कई दावे किए जाते हैं, एक दावा यह भी है कि उन्होंने 156 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी। 1996-97 में उन्होंने कई बार 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा तेज गेंद फेंकी। उस समय एलन डॉनल्ड और अन्य दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाजों की तरह उन्होंने तेज गेंदबाजी में उस समय भारत का बड़ा नाम किया।