महेंद्र सिंह धोनी - टिकट कलेक्टर
भारत के सबसे लोकप्रिय क्रिकेटर बनने से पहले महेंद्र सिंह धोनी भारतीय रेलवे में टिकट कलेक्टर थे। 90 के दशक के आखिरी सालों में रांची से बोकारो तक की ट्रेन यात्रा उनकी दिनचर्या का हिस्सा थी और वह रेलवे में ही करियर बनाने और क्रिकेट खेलने की इच्छा रखते थे।
बाद में 2001-2003 तक वह खड़गपुर में एक टिकट कलेक्टर के पद पर रहे। रणजी ट्रॉफी 2003 में उनके बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें अगले ही साल भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिला और इसके बाद धोनी ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। इसके बाद 2007 में उनकी कप्तानी भारत ने पहला टी-20 विश्व कप जीता और चार साल बाद 28 साल के लंबे अंतराल के बाद भारतीय टीम विश्व विजेता बनी। धोनी अब भी टीम इंडिया का हिस्सा हैं। धोनी ने 327 वनडे मैचों में 50.62 की शानदार औसत से 10123 रन बनाए हैं।