#3 कपिल देव
कपिल देव ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने विश्व में टीम इंडिया के वर्चस्व की नींव रखी थी। उनके दौर में ही भारत ने क्रिकेट की दुनिया में अपना दबदबा बनाना शुरू किया था। वो भारत के बेहतरीन तेज़ गेंदबाज़ों में से एक थे। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 434 विकेट हासिल किए थे और न्यूज़ीलैंड के सर रिचर्ड हेडली का रिकॉर्ड तोड़ा था। कपिल को 20वीं सदी का सबसे महान भारतीय खिलाड़ी भी घोषित किया जा चुका है।
साल 1983 के वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया को जीत का दावेदार ज़रा भी नहीं माना जा रहा था। किसी को ये उम्मीद नहीं थी कि भारतीय टीम कुछ बड़ा कमाल कर पाएगी। कपिल देव ने अपनी कप्तानी में भारत को पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनाया था। उन्होंने लीडरशिप की मिसाल कायम की थी। विश्व कप जीतने के बाद भारतीय टीम की किस्मत ही बदल गई थी और इसका श्रेय कपिल देव को जाता है।
कपिल सिर्फ़ अच्छी गेंदबाज़ी ही नहीं बल्लेबाज़ी शानदार बल्लेबाज़ी भी करते थे। उन्होंने 1983 के वर्ल्ड कप के एक मैच में 175 रन की पारी खेली थी। वनडे में उन्होंने 3000 से ज़्यादा और टेस्ट में 5000 से अधिक रन बनाए हैं। फ़ील्डिंग में भी कपिल किसी से कम नहीं थे। वनडे में उन्होंने 71 और टेस्ट में 64 कैच लपके हैं।