#2 सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर ने 16 साल की उम्र अपने टेस्ट करियर का आग़ाज़ किया था। उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। क्रिकेट की दुनिया में वो महानतम बल्लेबाज़ों में गिने जाते हैं, लेकिन भारतीय फ़ैंस के लिए वो किसी रोल मॉडल से कम नहीं हैं। उन्होंने न सिर्फ़ कई रिकॉर्ड बनाए हैं, बल्कि अपने व्यवहार से भी दुनियाभर के लोगों का दिल जीता है।
उन्होंने अपने खेल के ज़रिए भविष्य के बल्लेबाज़ों को प्रेरणा दी है। बल्लेबाज़ी के ज़्यादातर कीर्तिमान उनके ही नाम हैं। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 51 और वनडे 49 शतक लगाए हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने 34 हज़ार से ज़्यादा रन अपने नाम किए हैं। यही सचिन तेंदुलकर की महानता का सबूत है। हांलाकि उन्हें ज़्यादा टी-20 खेलने का मौका नहीं मिला।
बतौर गेंदबाज़ भी सचिन तेंदुलकर ने कई कमाल किए हैं। वनडे में उन्होंने 154 और टेस्ट में 46 विकेट हासिल किए हैं। 50 ओवर के फ़ॉर्मेट में उन्होंने 2 दफ़ा एक पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा किया है। इसके साथ-साथ वो एक बेहतरीन फ़ील्डर भी थे। वनडे में उन्होंने 140 और टेस्ट में 115 कैच पकड़े हैं। सबसे ज़्यादा टेस्ट (200) और वनडे (463) खेलने का रिकॉर्ड भी सचिन तेंदुलकर के नाम है।