भारतीय टीम ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों के बल पर वर्ल्ड क्रिकेट में नाम कमाया है। कई बार भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने बड़े स्कोर खड़े करते हुए गेंदबाजों का काम आसान किया है। गेंदबाजी में भी कई बार भारतीय टीम ने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन करते हुए कंजूस बनकर विपक्षी को रन दिए। सीधे शब्दों में कहा जाए तो भारतीय टीम के बल्लेबाज और गेंदबाज एक-दूसरे के पूरक हैं। कई मौकों पर बल्लेबाजों ने बल्ले के अलावा गेंद से भी प्रदर्शन किया है। उसी तरह गेंदबाजों ने भी बल्ले से उम्दा खेल दिखाया है।
भारतीय टीम के बल्लेबाजी में कुछ ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जो जरूरत पड़ने पर गेंदबाजी कर सकते हैं। केदार जाधव, सुरेश रैना आदि नाम नए जमाने में हैं तो सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह जैसे नाम पहले के समय हुए हैं। ऐसे ही कई पार्ट टाइम गेंदबाज या दूसरे शब्दों में कहें तो बल्लेबाज जिन्होंने गेंदबाजी करते हुए विपक्षी टीम को चारों खाने चित करते हुए मैच में टीम को जीत दिलाई है। उन सभी खिलाड़ियों के बारे में चर्चा नहीं करते हुए यहाँ चुनिन्दा खिलाड़ियों के बारे में बात की गई है। भारतीय टीम के उन बल्लेबाजों की बात यहाँ की गई है जिन्होंने गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट चटकाए हुए विपक्षी टीम सहित क्रिकेट जगत को भी हैरान कर दिया। कृष्णमाचारी श्रीकांत ने भी पांच विकेट लेने का कारनामा किया है लेकिन उनका नाम इस लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है। तीन खिलाड़ी वहीँ हैं जो लम्बे समय तक एक साथ खेले थे। के. श्रीकांत ने भी पांच विकेट झटके थे लेकिन इस लिस्ट में वही खिलाड़ी हैं जो लम्बे समय तक एक साथ खेले थे।
भारतीय टीम के लिए 5 विकेट लेने वाले बल्लेबाज
वीरेंदर सहवाग
बहुत कम लोग जानते होंगे कि वीरेंदर सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट अपने नाम किये हैं। दिल्ली में 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए टेस्ट मैच में सहवाग ने यह कारनामा किया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम की पहली पारी के दौरान सहवाग ने 104 रन देकर 5 विकेट अपने नाम किये थे। अंतिम दिन के अंतिम सत्र में ऑस्ट्रेलिया को आठ ओवर में 245 रन का लक्ष्य मिला था लेकिन कंगारू टीम के लिए ऐसा करना नामुमकिन था। इस तरह यह मैच ड्रॉ समाप्त हो गया लेकिन वीरेंदर सहवाग इसमें छा गए। इस मैच की खास बात यह रही कि बतौर ओपनर खेलते हुए वीरेंदर सहवाग फ्लॉप रहे लेकिन गेंदबाजी में उन्होंने कमाल दिखा दिया। यह उनके लिए यादगार टेस्ट मैचों में से एक होगा।
सौरव गांगुली
कनाडा में पाकिस्तान के खिलाफ 1997 में सौरव गांगुली ने यह कारनामा किया था। उन्होंने इस मैच वनडे मैच में 16 रन देकर 5 विकेट हासिल किये थे। भारत ने पचास ओवर में छह विकेट पर 182 रन बनाए और जवाब में पाकिस्तान की टीम 148 रन पर आउट हो गई। सौरव गांगुली को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया।
सचिन तेंदुलकर
महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने बल्लेबाजी के अलावा गेंदबाजी में भी नाम किया है। वनडे क्रिकेट में उन्होंने दो बार पांच विकेट हासिल किये हैं। संयोग की बात यह है कि दोनों बार ऐसा कोच्चि में हुआ है। 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तेंदुलकर ने 10 ओवर में 32 रन देकर पांच विकेट झटके और भारत को जीत दिलाई। वे मैन ऑफ़ द मैच चुने गए। अजित अगरकर ने उस मैच में डेब्यू किया था। दूसरी पार सचिन ने यह कारनामा 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ किया था। भारत को इस मैच में भी जीत मिली। ख़ास बात यह है कि दोनों बार पांच विकेट लेने से पहले सचिन तेंदुलकर बल्लेबाजी में फ्लॉप रहे थे।