किसी भी देश का खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आने के बाद टेस्ट क्रिकेट खेलना का सपना देखता है। सबसे लम्बा प्रारूप यही होता है और सबसे पुराना प्रारूप भी इसे माना जाता है। टेस्ट क्रिकेट में आने के बाद सबसे बड़ी चुनौती लम्बे समय तक टिकने की होती है। कुछ खिलाड़ी लम्बा खेल जाते हैं और कई खिलाड़ी ऐसे भी होते हैं जो टेस्ट क्रिकेट में कुछ समय तक ही रह पाते हैं।
भारतीय टीम से भी कई खिलाड़ी ऐसे हुए हैं जो टेस्ट क्रिकेट में आने के बाद अपने नाम का डंका बजाने में सफल रहे हैं। ऐसे में 10 हज़ार रनों का आंकड़ा प्राप्त करना एक बड़ा कीर्तिमान होता है। भारतीय टीम से इस मुकाम पर अब तक तीन ही बल्लेबाज पहुँच पाए हैं। उनके बारे में आपको ज़रूर जानना चाहिए।
सचिन तेंदुलकर - पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने 16 साल की उम्र में डेब्यू करने के बाद 24 साल तक खेला। अपने टेस्ट करियर में तेंदुलकर ने कुल 200 मुकाबले खेले। इस दौरान उनके बल्ले से 15921 रन आए। तेंदुलकर ने करियर में कुल 51 शतक जमाए। वह सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। वर्ल्ड क्रिकेट में वह टॉप पर हैं। नाबाद 248 रन उनका उच्चतम स्कोर है।
राहुल द्रविड़ - भरोसेमंद बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने भी टेस्ट क्रिकेट में अलग स्थान हासिल किया है। द्रविड़ ने अपने करियर में कुल 164 टेस्ट मुकाबले खेले। इस दौरान द्रविड़ ने 13288 रन बनाए। उनके बल्ले से 36 शतकीय पारियां आई। 270 रन उनका उच्चतम स्कोर रहा।
सुनील गावस्कर - सबसे पहले टेस्ट क्रिकेट में दस हज़ार रन सुनील गावस्कर ने ही बनाए थे। टेस्ट करियर में गावस्कर ने 125 मुकाबले खेले और 10122 रन बनाए। गावस्कर ने इस दौरान 34 शतकीय पारियां खेली। नाबाद 236 रन उनका सर्वाधिक स्कोर है।