एशिया कप 2022 (Asia Cup 2022) के शुरू होने में अब बस कुछ दिन ही रह गए हैं। एशिया कप में भारतीय टीम (Indian Cricket Team) की शुरुआत चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान (Pakistan Cricket Team) के खिलाफ 28 अगस्त को दुबई में होगी। 1984 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट के अब तक 14 संस्करण खेले जा चुके हैं जिसमें भारतीय टीम सबसे ज्यादा 7 बार इस खिताब को अपने नाम कर चुकी है। अब तक पांच भारतीय कप्तानों के नेतृत्व में भारतीय टीम एशिया कप को जीतने में सफल रही है। इनमें मोहम्मद अजहरुद्दीन (Mohammad Azharuddin) और एम एस धोनी (MS Dhoni) ने दो-दो बार भारतीय टीम को चैंपियन बनाया है।
एशिया कप में भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले सभी खिलाड़ी न सिर्फ बतौर कप्तान बल्कि बतौर खिलाड़ी भी कई बार एक उदाहरण बनकर सामने आए हैं और बेहतरीन प्रदर्शन किया। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 भारतीय कप्तानों का जिक्र करेंगे, जिन्होंने एशिया कप के फाइनल में भारत के लिए सबसे बड़ी पारियां खेली।
इन 3 भारतीय कप्तानों ने एशिया कप के फाइनल में खेली बड़ी पारियां
#3 दिलीप वेंगसरकर (50*)
1988 में खेले गए एशिया कप के तीसरे संस्करण में मुंबई के दिलीप वेंगसरकर ने भारतीय टीम का नेतृत्व करते हुए दूसरी बार भारत को एशिया कप का खिताब दिलाया था। वर्षा बाधित फाइनल मुकाबले में श्रीलंका के द्वारा दिए गए 177 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने मात्र 37.1 ओवरों में 4 विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिया था। इस मुकाबले में भारतीय सलामी बल्लेबाज नवजोत सिंह सिद्धू के 76 रनों के अलावा भारतीय कप्तान वेंगसरकर ने भी 81 गेंदों में नाबाद 50 रनों का अहम योगदान देते हुए भारत को जीत दिलाई थी।
#2 सचिन तेंदुलकर (53)
1997 एशिया कप में भारतीय टीम की कमान सचिन तेंदुलकर के हाथों में थी। इस टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में भारत को श्रीलंका के हाथों 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने कप्तान सचिन तेंदुलकर और मोहम्मद अजहरुद्दीन के अर्धशतकों की बदौलत श्रीलंका के सामने 240 रनों का लक्ष्य रखा जिसे श्रीलंका ने मात्र 2 विकेट खोकर 36.5 ओवरों में ही हासिल कर लिया।
सचिन तेंदुलकर ने इस मुकाबले में 67 गेंदों पर 53 रन बनाए थे। उनकी इस पारी में महज दो चौके शामिल थे।
#1 मोहम्मदअजहरुद्दीन (90*)
यूएई के शारजाह स्टेडियम में खेले गए 1995 के एशिया कप फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम का नेतृत्व मोहम्मद अजहरुद्दीन कर रहे थे। फाइनल मुकाबले में श्रीलंका के द्वारा दिए गए 231 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए अज़हरुद्दीन की कप्तानी पारी की बदौलत भारतीय टीम ने चौथी बार एशिया कप को अपनी झोली में डाला। कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 89 गेंदों में नाबाद 90 रन का योगदान दिया था। अपनी इस पारी में उन्होंने पांच चौके और दो छक्के भी लगाए थे।