मोहिंदर अमरनाथ- बनाम वेस्टइंडीज, बारबाडोस (1983)
मोहिंदर अमरनाथ वही खिलाड़ी हैं जिन्होंने चयनकर्ताओं को "जोकरों का झुण्ड" कह दिया था। ना सिर्फ उनके शब्द कड़क थे बल्कि वो भी ऐसे ही थे। 1983 विश्वकप से कुछ महीने पहले ही भारतीय टीम वेस्टइंडीज के दौरे पर गई थी। सभी को सुनील गावस्कर और गुंडप्पा विश्वनाथ से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी। किसी ने यह सोचा भी नहीं था कि लंबे अरसे के साथ टीम में वापसी कर रहे मोहिंदर अमरनाथ कुछ खास कर पाएंगे।
उस समय वेस्टइंडीज के पास एंडी रोबर्ट्स, जोल गार्नर, माइकल होल्डिंग और मैलकॉम मार्शल जैसे 4 खूंखार तेज गेंदबाज थे। इसी सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी के लिए कहा। अमरनाथ ने पहली पारी में 91 रन बनाई और दूसरी पारी में 18 रन बनाकर खेल रहे थे तभी उन्हें मैलकॉम मार्शल की गेंद लग गई। इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल जाना पड़ा और 6 टांके लगे।
हॉस्पिटल से लौटकर अमरनाथ ने अपने कपड़ों से खून साफ किया और विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी करने पिच पर पहुँच गए। इस बार होल्डिंग ने बाउंसर से उनका स्वागत किया लेकिन उन्होंने गेंद छक्के के लिए पहुंचा दिया। उन्होंने 80 रनों की पारी खेली।