3 भारतीय खिलाड़ी जो चोट के बावजूद मैदान पर डटे रहे 

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तमीम इकबाल

सचिन तेंदुलकर - बनाम पाकिस्तान, चेन्नई (1999)

सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर

पाकिस्तान के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में भारत को चौथी पारी में जीत के लिए 271 रनों की जरूरत थी। पाकिस्तान के पास उस समय वसीम अकरम और वकार युनिस जैसे तेज गेंदबाज थे। वकार ने 6 रनों पर ही दोनों भारतीय सलामी बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। इसके बाद सचिन बल्लेबाजी करने उतरे। जल्द ही 82 के स्कोर पर भारत के आधे बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे।

सचिन उस समय पीठ की चोट से जूझ रहे थे और नयन मोंगिया ने उनका साथ निभाया लेकिन वह जैसे ही 83 रनों पर पहुंचे उनके पीठ ने जबाव दे दिया। इसके बादजूद उन्होंने दवा खाकर बल्लेबाजी करते रहे।सचिन ने अपना शतक भी पूरा किया लेकिन नयन मोंगिया ने जल्दी ही उनका साथ छोड़ दिया। भारत को अभी भी जीत के लिए 53 रन चाहिए थे। सचिन ने सक़लैन मुश्ताक के एक ओवर में 3 चौके जड़कर भारत को टारगेट के और करीब पहुंचा दिया।

अंत में भारत को जीत के लिए 17 रन चाहिए थे तभी सक़लैन ने सचिन को आउट कर दिया। इसके बाद नीचे के बल्लेबाज भी जल्द पवेलियन लौट गए और पाकिस्तान ने 12 रनों से मैच को जीत लिया। भारत भले ही मैच न जीत पाया हो लेकिन सचिन की दर्द में खेली 136 रनों की पारी कभी भुलाई नहीं जा सकती।

लेखक: नामसिवायाम, अनुवादक: ऋषि