3 अभाग्यशाली भारतीय क्रिकेटर जिन्हें शानदार प्रदर्शन के बाद भी पर्याप्त वनडे मैच खेलने का मौका नहीं मिला

मनोज तिवारी
मनोज तिवारी

#1 गगन खोड़ा

गगन खोड़ा
गगन खोड़ा

गगन खोड़ा ने 1991-92 के दौरान रणजी ट्रॉफी खेलते हुए अपने पहले प्रथम श्रेणी मैच में ही शानदार शतक जड़ा था और इस शतक के साथ ही वह सभी की नजरों में आ गए थे। उन्होंने मात्र 17 साल की उम्र में ही यह उपलब्धि हासिल की थी।

इसके बाद खोड़ा को उनके शानदार प्रदर्शन का उपहार भी मिला और 1998 में हुई कोका-कोला सीरीज के लिए चुनी गई भारतीय वनडे क्रिकेट टीम में उन्हें शामिल किया गया। उन्होंने उस दौरान अपने दूसरे मैच में केन्या के खिलाफ 89 रन की मैच जिताऊ पारी खेली थी और इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।

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हालांकि हैरानी की बात तो यह है कि इस सीरीज के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और फिर दोबारा कभी चयनकर्ताओं की नजर उन पर पड़ी ही नहीं। खोड़ा ने भारत के लिए खेले गए अपने दो एकदिवसीय मैचों में 57.50 की औसत से 115 रन बनाए थे।

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