क्रिकेट के खेल में तेज़ गेंदबाज़ी करना सबसे मुश्किल काम है। एक तेज गेंदबाज बनने के लिए काफ़ी मेहनत, फ़िटनेस, हुनर और संयम की ज़रूरत होती है। क्रिकेट के इतिहास में कई तेज़ गेंदबाज़ों ने अपना हुनर दिखाया है, आज के दौर में भी कई ऐसे तेज गेंदबाज हैं जो मैदान में धमाल मचा रहे हैं।
भारतीय टीम के बारे में कहा जाता है कि इसकी बॉलिंग यूनिट हमेशा से कमज़ोर रही है। हांलाकि मौजूदा वक़्त में टीम इंडिया के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता। भारत के पास फ़िलहाल अव्वल दर्जे के पेसर मौजूद हैं, जिनका कमाल हमें हाल की भारत-इंग्लैंड सीरीज़ में देखने को मिला।
कुछ भारतीय तेज गेंदबाज़ ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी शानदार शुरुआत की लेकिन वक़्त के साथ उन सितारों की चमक फीकी हो गई। यहां हम ऐसे 3 भारतीय सीम गेंदबाज़ों को लेकर चर्च कर रहे हैं, जिन्होंने अपने करियर की शानदार शुरुआत की, लेकिन वो ज़्यादा लंबी रेस के छोड़े नहीं बन पाए।
#1 इरफ़ान पठान
इरफ़ान पठान भारत के एकलौते ऐसे गेंदबाज़ हैं जिन्होंने टेस्ट मैच के पहले ओवर में हैट्रिक ली है। साल 2004 में उन्हें ‘आईसीसी इमर्जिंग प्लेयर ऑफ़ द ईयर’ के ख़िताब से नवाज़ा गया था। 2007 के आईसीसी वर्ल्ड टी-20 के फ़ाइनल मैच में उन्हें ‘मैन ऑफ़ द मैच अवॉर्ड’ दिया गया था। एक वक़्त था जब इरफ़ान टीम इंडिया में तेग गेंदबाजी अटैक की अगुवाई कर रहे थे, लेकिन आज वो टीम इंडिया से काफ़ी दूर हो गए हैं।
पठान ने साल 2003-04 की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफ़ी में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने इस दौरान अपने स्विंग और पेस से सबका दिल जीत लिया था। लेकिन वक़्त के साथ उनकी गेंदबाज़ी में धार कम होती गई। हांलाकि उन्होंने कई बार टीम इंडिया में वापसी की। चोट और अन्य वजहों से वो टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए। अब वो जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़ गए हैं।
# मोहित शर्मा
मोहित शर्मा हरियाणा राज्य के निवासी हैं, उन्होंने साल 2013 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने आख़िरी बार अक्टूबर 2015 में टीम इंडिया के लिए मैच खेला था। मोहित शर्मा आईसीसी वर्ल्ड कप 2015 के दौरान टीम इंडिया के रेगुलर पेस गेंदबाज़ की भूमिका निभा रहे थे। उसके बाद वो फिर कभी भारतीय टीम में नज़र नहीं आए। उन्होंने भारत के लिए 26 वनडे और 8 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।
मोहित ने शुरुआत अच्छी की थी, वो नई गेंद से शानदार गेंदबाज़ी करते थे। उनकी गेंदबाज़ी में विविधता देखी जा सकती थी। वो डेथ ओवर्स में अपना हुनर दिखाने में माहिर थे। उन्होंने आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ़ से कई मैच खेले हैं। लेकिन वक़्त बीतता गया और मोहित की गेंदबाज़ी में धार कम होती गई। वो आज भी टीम इंडिया में वापसी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं, लेकिन ऐसा लगता नहीं कि वो दोबारा अपनी जगह बना पाएंगे।
#3 अशोक डिंडा
34 साल के अशोक डिंडा एक ऐसे तेज़ गेंदबाज़ हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय करियर की अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन वो जल्द ही ग़ायब हो गए। घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह दी गई थी। उन्होंने साल 2010 में ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आग़ाज़ किया। उन्होंने टीम इंडिया के लिए 13 वनडे खेले हैं जिनमें 12 विकेट हासिल किए हैं। इसके अलावा 9 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में वो 17 विकेट लेने में कामयाब रहे हैं।
इन कामयाबी के बावजूद वो मौकों को भुना नहीं पाए और जल्द ही टीम इंडिया से बाहर हो गए। डिंडा को उनके लॉन्ग जंप एक्शन और बेहतरीन गेंदबाज़ी के वजह से कई बार आईपीएल में मौका मिला था। इंडियन प्रीमियर लीग में वो कोलकाता नाइटराइडर्स, दिल्ली डेयरडेविल्स, पुणे वॉरियर्स इंडिया, आरसीबी और राइज़िंग पुणे सुपरजायंट टीम के सदस्य रहे हैं। आज वो बंगाल टीम के लिए घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं।