भारतीय टीम (Indian Team) में शुरुआत से लेकर अब तक कई धाकड़ बल्लेबाज आए हैं और आगे भी आते रहेंगे। टीम को बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों ने एक अलग मुकाम पर पहुँचाने का कार्य किया है। दोनों के तालमेल और सामंजस्य के बिना कुछ भी सम्भव नहीं होता। वर्ल्ड कप और आईसीसी के अन्य बड़े टूर्नामेंटों को भी भारतीय टीम ने जीता है। सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और विराट कोहली जैसे धाकड़ बल्लेबाज विश्व क्रिकेट को भारत ने ही दिए हैं।
भारतीय टीम के लिए वीरेंदर सहवाग, रोहित शर्मा, सचिन, गांगुली, धवन सहित कई बेहतरीन ओपनर बल्लेबाज वनडे प्रारूप में हुए हैं और अपने खेल से दर्शकों का दिल जीतने का कार्य भी किया है। रोहित शर्मा ने तो तीन बार दोहरा शतक एकदिवसीय क्रिकेट में जड़ने का कारनामा किया है। अन्य कोई बल्लेबाज उनकी तरह यह कारनामा करने में असमर्थ रहे हैं। बतौर ओपनर खेलना एक चुनौती होती है लेकिन समय के साथ बल्लेबाज खुद को इसमें ढाल लेते हैं। यहाँ भारतीय टीम के तीन उन बल्लेबाजों का जिक्र किया गया है जो वनडे में बतौर ओपनर खेले लेकिन शतक नहीं लगा पाए।
चेतन चौहान
भारतीय टीम के लिए टेस्ट की तरह वनडे में भी चेतन चौहान ने बतौर ओपनर शुरुआत की। वह इस प्रारूप में शतक बनाने में कामयाब नहीं हो पाए। चेतन चौहान ने भारत के लिए 7 वनडे मैच खेले और महज 46 रन बना पाए। इस खेल के कारण ही शायद उन्हें बाद में वनडे के लिए टीम में कभी नहीं चुना गया।
सदगोपन रमेश
इस खिलाड़ी ने भी भारत के लिए वनडे क्रिकेट में बतौर ओपनर खेला है। उन्होंने 24 वनडे मुकाबले खेले और 646 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 6 अर्धशतक निकले लेकिन शतक नहीं आया। उनका उच्चतम स्कोर 82 रन रहा। हालांकि टेस्ट क्रिकेट में वह दो शतकीय पारियां खेलने में कामयाब रहे थे।
रॉबिन उथप्पा
शुरुआत में एक अलग नाम बनाने वाले रॉबिन उथप्पा भी इस लिस्ट में शामिल हैं जो शतक नहीं लगा पाए। वनडे प्रारूप में रॉबिन उथप्पा ने 46 मुकाबले खेले हैं और उनके बल्ले से 934 रन भी आए हैं लेकिन शतक नहीं आया। रॉबिन उथप्पा ने अपने करियर में 9 अर्धशतक लगाए और 86 रन उनका उच्च स्कोर रहा है। करीबन 26 के औसत से रन बनाने वाले उथप्पा अब टीम से बाहर हैं।