टेस्ट क्रिकेट हो या वनडे क्रिकेट, भारतीय टीम को धाकड़ ओपनर बल्लेबाज मिले हैं। इसके अलावा भारतीय टीम में मध्यक्रम के लिए भी बेहतरीन बल्लेबाज आते रहे हैं। राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, चेतेश्वर पुजारा आदि ने मध्यक्रम में भारतीय टीम को विश्व की टॉप टीमों में लाकर खड़ा किया। इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए वीरेंदर सहवाग, मुरली विजय, शिखर धवन जैसे कई शानदार बल्लेबाज आए। इन सभी खिलाड़ियों ने लम्बे समय तक टिकने की कला के चलते रन बनाए और टीम की सफलता में चार चाँद भी लगाए।
टेस्ट क्रिकेट खेलना हर खिलाड़ी का एक सपना होता है और इसे पूरा होने पर खिलाड़ी की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहता है। उसी तरह एक ओपनर बल्लेबाज का सपना भी यही होता है कि वह अपने देश के लिए बतौर ओपनर टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए शतक जड़े और लम्बी भागीदारी भी करे। टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत से लेकर अब तक कई नामी ओपनर आए और धाकड़ खेल दिखाकर गए। कई ऐसे भी बल्लेबाज थे जो ज्यादा लम्बे समय तक टीम में नहीं रहे। भारतीय टीम के कुछ ओपनर बल्लेबाज अपने टेस्ट करियर में सैकड़ा जड़ने में असमर्थ रहे हैं। उनमें से तीन बल्लेबाजों का जिक्र यहाँ इस आर्टिकल में किया गया है।
भारतीय टीम के टेस्ट ओपनर जो शतक नहीं जड़ पाए
अभिनव मुकुंद
घरेलू क्रिकेट में निरंतर बेहतरीन खेल के बाद अभिनव मुकुंद को 2011 में बतौर ओपनर भारतीय टीम में जगह मिली। घरेलू क्रिकेट की फॉर्म वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं ले जा पाए।अभिनव मुकुंद ने भारतीय टीम के लिए 14 पारियों में उन्होंने सिर्फ 320 रन बनाए। इसमें दो अर्धशतकीय पारियां शामिल है। उनका उच्चतम स्कोर 81 रन रहा था। इस प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। उन्हें टीम से बाहर होने के बाद जब फिर से मौका मिला तब भी कुछ ख़ास रन उनके बल्ले से नहीं निकले। टेस्ट क्रिकेट में बतौर ओपनर आपको ज्यादा मौके भी नहीं मिलते क्योंकि खिलाड़ी के प्रदर्शन के कारण ही टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाजों को राहत मिलती है। लगातार फ्लॉप होने पर टीम से बाहर होना निश्चित माना जा सकता है।
आकाश चोपड़ा
भारतीय टीम के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ 2003 में डेब्यू करने वाले आकाश चोपड़ा बतौर ओपनर फ्लॉप रहे और शतक भी नहीं लगा पाए। उन्होंने भारतीय टीम के लिए कुल 10 मैच खेले और 437 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से दो अर्धशतक निकले। 60 रन उनका उच्च स्कोर रहा। इस प्रदर्शन के बाद उनको टीम में वापस जगह नहीं मिली।
अजय जडेजा
इस खिलाड़ी को भी भारतीय टेस्ट टीम में बतौर ओपनर खेलने का मौका मिला था। उन्होंने 15 टेस्ट मैचों की 24 पारियों में 576 रन बनाए। अजय जडेजा एक बार भी शतक नहीं लगा पाए। उनके बल्ले से 4 अर्धशतक जरुर आए। अजय जडेजा का उच्च स्कोर 96 रन रहा। वनडे की तरह वे टेस्ट में नहीं चल पाए।
इसके अलावा एक और प्रमुख भारतीय ओपनर चेतन चौहान (2084 रन, 16 अर्धशतक) हैं जिन्होंने अपने करियर में टेस्ट शतक नहीं लगाया।