वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल का समय जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे फैन्स के मन में कई सवाल भी होंगे और मैच को लेकर उत्साह भी होगा। मुकाबले के लिए पहले ही टीम इंडिया का ऐलान किया जा चुका है। कोरोना टेस्ट और अन्य नियमों का पालन करते हुए टीम इंडिया इस माह के अंत तक इंग्लैंड के लिए रवाना हो सकती है। टीम इंडिया में बीस खिलाड़ी चुने गए हैं और सभी एक से बढ़कर एक कहे जा सकते हैं। कुछ नाम ऐसे भी हैं जिन्हें इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में बेहतर प्रदर्शन के बाद इंग्लैंड जाने का मौका मिला है।
इंग्लैंड की परिस्थितियों और पिचों को देखते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया के लिए मुकाबला आसान नहीं होगा। कीवी टीम पहले से ही तैयारियों के लिहाज से खुद के देश में दो ट्रेनिंग कैम्प कर चुकी है और इंग्लैंड के खिलाफ भी दो टेस्ट मैच खेलने के बाद वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल के लिए मैदान पर उतरेगी। टीम इंडिया को अपने टॉप ग्यारह नामों को मैदान पर उतारने की आवश्यकता होगी। ऐसे में कुछ खिलाड़ी ऐसे भी होंगे जो सक्षम और योग्य होने के बाद भी अंतिम ग्यारह का हिस्सा नहीं बन पाएंगे और उन्हें बेंच स्ट्रेंथ में रहना पड़ेगा। ऐसे ही तीन धाकड़ नामों का जिक्र यहाँ किया गया है जिन्हें शायद फाइनल मैच में खेलने के मौका नहीं मिलेगा।
उमेश यादव
भारतीय टीम में उमेश यादव से पहले ही तीन तेज गेंदबाज मौजूद हैं इसलिए चौथे तेज गेंदबाज को खिलाने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे नाम होने के कारण उमेश यादव अंतिम ग्यारह से बाहर ही रहेंगे। तीनों छोटी के गेंदबाज मैच तक पूरी तरह फिट रहते हैं, तो अंतिम ग्यारह में उनका नाम होगा और तीन से ज्यादा तेज गेंदबाज की गुंजाइश नहीं है।
वॉशिंगटन सुंदर
इस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया में डेब्यू के बाद से ही अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया है। सुंदर ने ऑस्ट्रेलिया में एक अर्धशतक लगाया था। इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में भी नाबाद 85 और 96 रनों की पारियां खेली थी। हालांकि उस समय रविन्द्र जडेजा टीम में नहीं थे और पिचें भारतीय थी इसलिए उनको खेलने के लिए जगह मिल गई लेकिन इस बार ऐसा नहीं है।
अक्षर पटेल
रविन्द्र जडेजा की जगह आने के बाद पूरी तरह से हावी रहने वाले अक्षर पटेल ने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में तीन टेस्ट खेलकर 27 विकेट चटकाए थे। इस बार इंग्लैंड की परिस्थितियों में रविन्द्र जडेजा उनके ऊपर भारी पड़ते हैं और वह भी बल्लेबाजी के लिहाज से। जडेजा के अलावा अश्विन भी बैटिंग में बेहतर नजर आते हैं इसलिए अक्षर पटेल को शायद अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं किया जाएगा।