2.उमेश यादव
टीम इंडिया को हमेशा एक अच्छे तेज़ गेंदबाज़ की तलाश रही है, जो साल 2010 में उमेश यादव पर जाकर ख़त्म हुई। उमेश ने 10 साल पहले टेस्ट में डेब्यू किया था। तब से लेकर अब तक वो टीम इंडिया में आते-जाते रहे हैं। फिर भी वो हमेशा से राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के रडार पर रहे हैं। क्योंकि उन्होंने अपनी गेंदबाज़ी की रफ़्तार बरक़रार रखी है।
ये उमेश का चौथा ऑस्ट्रेलियाई दौरा है, इससे पहले वो 2011/12 और 2014/15 में भी सबसे छोटे महाद्वीप जा चुके हैं। उमेश अब 33 साल के हो चुके हैं, जब भारत का अगला ऑस्ट्रेलियाई दौरा होगा तब उनकी उम्र और ज्यादा हो चुकी होगी। अगर उन्होंने इस दौरे पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया तो शायद अगली बार उन्हें खेलने का मौका ना मिले। टीम में नवदीप सैनी जैसे युवा गेंदबाज आ रहे हैं और उमेश यादव के लिए ये काफी मुश्किल रहने वाला है।