भारतीय टेस्ट टीम का विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में काफी बेहतरीन प्रदर्शन रहा लेकिन टीम फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के हाथों हारकर खिताबी जीत से चूक गई। हालांकि फाइनल मुकाबले को छोड़ दें तो टीम ने पूरी चैंपियनशिप के दौरान जबरदस्त प्रदर्शन किया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज हार को हटा दे तो टीम ने वेस्टइंडीज, साउथ अफ्रीका, बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों का सीरीज में मात देकर इस चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया था। इस प्रतियोगिता के दौरान कई खिलाड़ियों ने भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया और उन्हें देश के लिए टेस्ट प्रारूप में खेलने का गौरव प्राप्त हुआ।
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भारतीय टीम में पिछले कुछ समय में बहुत ही जबरदस्त खिलाड़ी शामिल हुए हैं और टीम के पास इस समय बेहतरीन स्क्वॉड है। ऐसे में सभी खिलाड़ियों के लिए मैच में मौका पाना इतना आसान नहीं है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान भारतीय टीम ने अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को ही प्लेइंग XI का हिस्सा बनाया। हालांकि प्रमुख खिलाड़ियों के चोटिल होने पर स्क्वॉड में शामिल अन्य खिलाड़ियों को अपने हुनर दिखाने का मौका मिला। कुछ खिलाड़ी ऐसे रहे, जिन्हें अच्छे प्रदर्शन के बावजूद एक ही मैच खिलाया गया। इस आर्टिकल में हम उन 3 भारतीय खिलाड़ियों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिन्हें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में मात्र एक मैच ही खेलने का मौका मिला।
3 भारतीय खिलाड़ी जिन्हें WTC में सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला
#3 टी नटराजन
टी नटराजन को आईपीएल 2020 में धमाकेदार प्रदर्शन के बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एक अतिरिक्त गेंदबाज के तौर पर ले जाया गया था लेकिन उनके लिए यह दौरा किसी भी सपने के सच होने से कम नहीं था। नटराजन को वरुण चक्रवर्ती के चोटिल होने पर टी20 टीम में शामिल किया और पहले वनडे मैच के पहले उन्हें नवदीप सैनी के कवर के तौर पर वनडे स्क्वॉड में शामिल किया गया। यहीं नहीं उन्हें इन दोनों ही प्रारूपों में डेब्यू का मौका भी मिला।
हालांकि उन्हें टेस्ट स्क्वॉड में तीसरे टेस्ट के पहले शामिल किया गया और चौथे टेस्ट में डेब्यू का मौका मिला। डेब्यू टेस्ट में उन्होंने 3 विकेट हासिल किये थे। यह एकमात्र टेस्ट था, जो इस गेंदबाज को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान खेलने को मिला।
#2 शार्दुल ठाकुर
तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर भी उन चुनिंदा भारतीय खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्हें WTC के दौरान महज एक ही मैच में खेलने का मौका मिला। शार्दुल को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चौथे टेस्ट मैच में प्लेइंग XI में खेलने का मौका मिला। इस मैच में शार्दुल ने अपने ऑलराउंड खेल के दम पर भारत को गाबा टेस्ट जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। शार्दुल ने पहली पारी में तीन विकेट लिए और भारत की पहली पारी में मुश्किल परिस्थितियों में 67 रन का योगदान दिया। इसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में भी चार बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। हालांकि इसके बाद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में मौका नहीं मिला।
#1 कुलदीप यादव
कुलदीप यादव लम्बे समय तक भारतीय टीम के स्क्वॉड का हिस्सा रहे लेकिन अश्विन तथा जडेजा और बाद में सुन्दर तथा अक्षर पटेल के कारण इस गेंदबाज को इस प्रतियोगिता में मात्र एक ही मैच खेलने का मौका मिला और उस मैच में भी उन्हें ज्यादा गेंदबाजी का मौका नहीं मिला था। कुलदीप को लम्बे समय के बाद हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज के दूसरे टेस्ट में मौका दिया गया था। पहली पारी में कुलदीप को एक भी सफलता नहीं मिली लेकिन उन्होंने दूसरी पारी में दो विकेट लिए थे। कुलदीप को इसके बाद सीरीज के अन्य मैचों में मौका नहीं मिला था।