भारतीय टीम के लिए हर समय में दिग्गज खिलाड़ी खेले हैं। दिग्गजों की लिस्ट में कुछ ही मैच खेलने वाले या थोड़े समय के लिए टीम में जगह बनाने वाले भारतीय खिलाड़ियों को याद नहीं किया जाता है। कई बार एक मैच खेलने के बाद खिलाड़ी को भारतीय टीम में कभी वापसी का मौका नहीं मिला। वनडे टेस्ट और टी20 प्रारूप में ऐसे भारतीय खिलाड़ी आए हैं जिन्होंने सिर्फ एक ही मुकाबला देश के लिए खेला हो।
अपने देश के लिए खेलने का सपना पाले हर खिलाड़ी की पहली चाहत राष्ट्रीय टीम में जगह बनाना होती है। इसके बाद शतक बनाना, टीम में खुद को स्थापित करना और लम्बे समय तक खेलने जैसे कई सपने खिलाड़ी अपने मन में रखता है। कई बार उन खिलाड़ियों की मेहनत रंग लाती है और खिलाड़ी अ[ने प्रदर्शन के दम पर टीम में खुद को स्थापित करने में कामयाब रहता है। कुछ मौकों पर खराब खेल के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाता है। इन सबके बीच कुछ खिलाड़ी ऐसे रहे जिन्हें खराब प्रदर्शन नहीं होने के बाद भी टीम से बाहर कर दिया गया। इस आर्टिकल में उन तीन खिलाड़ियों का जिक्र किया गया है जो वनडे क्रिकेट में आउट नहीं हुए मगर भारतीय टीम से बाहर कर दिए गए।
भारतीय टीम में खेलते हुए आउट नहीं होंने वाले बल्लेबाज
भरत रेड्डी
इस भारतीय खिलाड़ी के बारे में काफी कम लोग जानते होंगे। 1978 से लेकर 1981 तक भारत के लिए उन्हें तीन वनडे खेलने का मौका मिला। दो बार उन्हें बल्लेबाजी का मौका और वह नाबाद रहे। वनडे करियर में खेले तीन मैचों में वह अविजित रहे। 20 गेंद उन्हें खेलने का मिला और दोनों पारियों में उन्होंने 11 रन बनाए। इसके बाद भरत रेड्डी को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया।
फैज फजल
इस भारतीय बल्लेबाज ने भारत के लिए सिर्फ एक ही मैच खेला और उसमें नाबाद 55 रन की पारी खेली। जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में 2016 में खेले गए वनडे के बाद उन्हें टीम में वापस कभी शामिल नहीं किया गया। इस खिलाड़ी के साथ यह नाइंसाफी हुई है।
सौरभ तिवारी
इस भारतीय बल्लेबाज को टीम के लिए तीन वनडे मैचों में खेलने का मौका मिला। दो पारियों में उन्हें बल्लेबाजी का मौका मिला और वह आउट नहीं हुए। करियर का पहला मैच उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और दूसरा मैच 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 2010 में बेंगलुरु में खेला था। इस मैच में उन्होंने नाबाद 37 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई थी। इसके बाद अगले मैच में उनकी बल्लेबाजी नहीं आई, फिर उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।