क्रिकेट के हर प्रारूप में कभी ऐसे आंकड़े या प्रदर्शन सामने आते हैं जो हैरान करने वाले होते हैं और सभी उस पर दांतों तले ऊँगली दबाने पर मजबूर हो जाते हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों ने भी कई बार ऐसे ही हैरानी वाले प्रदर्शन किये हैं जिनकी उम्मीद नहीं थी लेकिन मैदान पर एक अलग ही जलवा दिखाकर खिलाड़ियों ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया। क्रिकेट को शायद इसलिए ही महान अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है क्योंकि इसमें कुछ भी ऐसा हो सकता है जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती।
भारतीय क्रिकेट टीम ने आजादी के बाद से लगातार अपने खेल में प्रारूप दर प्रारूप सुधार किया है। वनडे और टी20 क्रिकेट में टेस्ट की तुलना में ज्यादा तेजी से सुधार हुआ है। भारतीय टीम ने वनडे में डेब्यू के दस साल बाद वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था। इसके अलावा टी20 में डेब्यू के 3 साल में वर्ल्ड कप जीत लिया था। भारतीय खिलाड़ियों के मेहनत और हैरानी वाले प्रदर्शन के कारण ही ऐसा संभव हुआ है। युवराज सिंह के टी20 वर्ल्ड कप के छह छक्के भी एक अकल्पनीय घटना ही मानी जा सकती है। इस आर्टिकल में भारतीय टीम के तीन हैरान करने वाले प्रदर्शनों के बारे में बताया गया है।
भारतीय क्रिकेट टीम में प्रदर्शन से हैरान करने वाले 3 खिलाड़ी
स्टुअर्ट बिन्नी
स्टुअर्ट बिन्नी ने वनडे क्रिकेट का रिकॉर्ड गेंदबाजी प्रदर्शन किया था। उन्होंने 2014 में ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ 4 रन देकर 6 विकेट हासिल किये थे। इस प्रदर्शन के कारण भारतीय टीम ने बांग्लादेश को 58 रन पर आउट कर मैच जीता था। भारत ने पहले खेलते हुए महज 105 रन पर आउट कर दिया था। बिन्नी ने इस हैरान करने वाले प्रदर्शन से बांग्लादेश की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
अजित अगरकर
अजित अगरकर के नाम भारतीय क्रिकेट टीम की वनडे में सबसे तेज फिफ्टी का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने 2000 में राजकोट वनडे के दौरान जिम्बाब्वे के खिलाफ 21 गेंद में अर्धशतक जड़ा था। इस खेल के बाद उनकी चारों तरफ काफी तारीफ हुई और उन्हें ऑल राउंडर की तरह देखा जाने लगा। उन्होंने 25 गेंद पर नाबाद 67 रन बनाए।
निलेश कुलकर्णी
इस भारतीय खिलाड़ी ने ज्यादा क्रिकेट भारत के लिए नहीं खेला लेकिन 1997 के कोलम्बो टेस्ट से डेब्यू करते हुए पहली ही गेंद पर विकेट झटककर सुर्खियाँ बटोरी। उन्होंने मर्वन अट्टापट्टू को आउट कर पहली गेंद पर सफलता हासिल की। इस मैच में सनथ जयसूर्या ने 340 रन बनाए थे और श्रीलंका ने 6 विकेट पर 952 रन बनाए थे। कुलकर्णी ने भारत के लिए तीन टेस्ट और दस वनडे खेले।