टेस्ट क्रिकेट असली क्रिकेट माना जाता है और सबसे पुराना प्रारूप भी है। हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अपने देश के लिए इस प्रारूप में जरुर खेले लेकिन सभी का यह सपना पूरा नहीं होता है। कुछ लोगों का सपना पूरा होता है, और उनके पास खुद को साबित करने का यह मौका भी होता है। दोनों हाथों से इस मौके को लपकने वाले खिलाड़ी भी देखे गए हैं और गंवाने वाले खिलाड़ी भी दिखाई दिए हैं।
भारतीय टीम में भी ऐसे कई खिलाड़ी आए हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में आते ही पहली बार में दिल जीतने वाला प्रदर्शन किया और लोगों के दिलों में एक छाप छोड़ने में भी कामयाब रहे। कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे जो पहले टेस्ट में फ्लॉप रहे लेकिन आगे चलकर बड़ा नाम बने। सचिन तेंदुलकर उनमें सबसे बड़ा उदाहरण है। सचिन ने शुरुआती टेस्ट में प्रभावित नहीं किया लेकिन बाद में वर्ल्ड क्लास खिलाड़ी बनकर निकले। राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, वीरेंदर सहवाग जैसे दिग्गज पहले मैच से ही हीरो बन गए थे। समय समय पर भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में ऑल राउंडर भी आए हैं और अपना जलवा दिखाकर गए हैं। इस आर्टिकल में तीन उन भारतीय खिलाड़ियों का जिक्र किया गया है जिन्होंने डेब्यू टेस्ट मैच में अर्धशतक जड़ने के अलावा पारी में ३ विकेट भी झटके।
दत्तु फड़कर
इस भारतीय खिलाड़ी ने सिडनी टेस्ट मैच में 1947 के दौरान टेस्ट डेब्यू में यह कारनामा किया था। फड़कर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में बल्लेबाजी के दौरान 51 रनों की पारी खेली और बाद में गेंदबाजी के दौरान भी अपने हाथ दिखाते हुए ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 14 रन देकर 3 विकेट चटकाए। छह दिनों तक चला यह टेस्ट मैच बारिश से प्रभावित रहा और ड्रॉ हो गया। दत्तु फड़कर का प्रदर्शन अब तक सभी याद करते हैं।
हनुमा विहारी
इस भारतीय बल्लेबाज ने इंग्लैंड के खिलाफ 2018 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था और बेहतरीन प्रदर्शन से अलग छाप छोड़ी। हनुमा विहारी ने भारतीय टीम के लिए पहली पारी में 56 रनों की शानदार पारी खेली। इसके बाद गेंदबाजी के दौरान भी भारतीय टीम को उनकी जरूरत पड़ी और उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए 3 विकेट इंग्लैंड की दूसरी पारी में झटके।
वॉशिंगटन सुंदर
इस युवा खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया में 2021 में ब्रिस्बेन टेस्ट में डेब्यू करते हुए बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। गेंदबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के 3 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने वाले वॉशिंटन सुंदर ने भारतीय टीम की पहली पारी के दौरान 62 रनों की धाकड़ पारी खेलते हुए शार्दुल ठाकुर के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी निभाई।