3 भारतीय खिलाड़ी जो 2019 विश्वकप के बाद संन्यास ले सकते हैं

क्रिकेट इतिहास में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में अपने क्रिकेट करियर से संन्यास लिया है। ऐसे कई खिलाड़ी हैं जिन्होंने 2000 से पहले खेलना शुरू किया और अभी तक अपनी टीम के लिए खेल रहे हैं। इस आर्टिकल में हम उन तीन भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जानेंगे, जो अगले साल होने वाले विश्व कप के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं:

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युवराज सिंह

युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ियों में शामिल हैं। विश्व कप 2011 में 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' रहे युवराज सिंह पिछले कुछ सालों से टीम इंडिया से अंदर-बाहर होते रहे हैं। हालांकि कैंसर से जंग जीतने के बाद वह अपनी फिटनेस कायम नहीं रख सके, श्रीलंका दौरे से पहले हुए यो-यो टेस्ट में वह अपनी खराब फिटनेस की वजह से फेल हो गए जिस वजह से उन्हें टीम इंडिया से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। हालाँकि भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले वह अपनी फिटनेस साबित करने में कामयाब हुए लेकिन फिर भी उन्हें टीम में जगह नहीं दी गई। ऐसे में यह मुमकिन है कि वह विश्व कप 2019 के बाद क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं।

हरभजन सिंह

हरभजन सिंह, भारतीय टीम के सबसे सफल ऑफ स्पिनर्स में से एक रहे हैं। उन्होंने गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी अहम योगदान दिया है। उनकी भूमिका मैच के मध्य ओवरों में रनों की गति पर अंकुश लगाना और विकेट निकालना रही है। उन्होंने 'दूसरा' को लोकप्रिय बनाया और विरोधी बल्लेबाजों को इससे खूब परेशान किया। हरभजन ने टेस्ट मैचों में 417 विकेट और एकदिवसीय मैचों में 269 विकेट लिए हैं। भज्जी 2012 तक टीम इंडिया का नियमित हिस्सा थे लेकिन रविचंद्रन अश्विन के टीम में आने से भज्जी टीम से बाहर हो गए। वह काफी समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। राष्ट्रीय टीम में कुलदीप यादव, अश्विन और युजवेंद्र चहल की मौजूदगी में उनका अब टीम में वापसी कर पाना मुश्किल लगता है। ऐसे में इस बात के कयास लगाए जा सकते हैं कि 2019 विश्वकप के बाद वो क्रिकेट को अलविदा कह देंगे।

महेंद्र सिंह धोनी

महेंद्र सिंह धोनी ने पहली बार कप्तानी करते हुए 2007 में टी-20 विश्व कप में भारत को खिताबी जीत दिलाई, उसके बाद विश्व कप 2011 और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जिताने का कारनामा किया। उन्होंने लगातार अपनी बल्लेबाजी में सुधार किया है और बहुत से लोग उन्हें 'दुनिया का सर्वश्रेष्ठ फिनिशर' मानते हैं। 2014 और 2017 में धोनी ने क्रमशः टेस्ट और सीमित ओवरों से कप्तान के रूप में अपना पद छोड़ दिया था। 37 वर्षीय धोनी अब टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलते। उनकी उम्र को देखते हुए मुमकिन है कि वह अगले साल होने वाले विश्व कप के बाद क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लेंगे। लेखक: हरषत प्रभु अनुवादक: आशीष कुमार

Edited by Staff Editor
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