विश्व कप से पहले भारतीय टीम का महत्वपूर्ण ऑस्ट्रेलिया दौरा शुरू हो चुका है। 21 नवंबर, 2018 से शुरू हुआ यह दौरा 18 जनवरी, 2019 तक चलेगा जिसमें भारतीय टीम को 3 टी-20, 4 टेस्ट और 3 वनडे मैच खेलने हैं।
पिछली बार 2014-15 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे में भारतीय टीम को 4 मैचों की टेस्ट श्रृंखला में 2-0 से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद उस समय के कप्तान एमएस धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी।
बाद में दिसंबर 2015 में, भारतीय टीम ने फिर से 5 वनडे और 3 टी-20 मैचों के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया। इस दौरे में मेज़बान टीम ने वनडे श्रृंखला 4-1 से जीती थी जबकि टी-20 श्रृंखला में भारत ने कब्ज़ा जमाया था। भारत के वर्तमान ऑस्ट्रेलिया दौरे के लगभग 3-4 बाद बाद ही भारत का आगामी दौरा यहाँ होगा, ऐसे में वर्तमान टीम में कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं जिनके लिए यह आखिरी दौरा हो सकता है।
तो, आइये जानते हैं तीन ऐसे क्रिकेटरों के बारे में:
#1. एमएस धोनी

हाल के दिनों में अपनी खराब फॉर्म की वजह से पूर्व भारतीय कप्तान को काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। 2018 में, धोनी ने अपनी 13 पारियों में 25.00 के औसत से केवल 272 रन बनाए, जिनमें उनका सर्वोत्तम स्कोर 42 रन रहा जो उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था।
इसकी संभावना है कि अगले वर्ष इंग्लैंड में होने वाले आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के बाद धोनी संन्यास की घोषणा कर सकते हैं। ऐसे में यह धोनी का आखिरी ऑस्ट्रेलिया दौरा होगा। इस दौरे में धोनी सिर्फ तीन मैचों की वनडे सीरीज़ में ही हिस्सा लेंगे। इससे पहले जब भारत ने 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया, तो उस दौरे के बाद धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
धोनी ने अब तक 90 टेस्ट, 332 वनडे और 93 टी-20 मैचों में 16000 के करीब रन बनाए हैं और वह हाल ही में वनडे प्रारूप में 10000 अंक के जादूई आंकड़े को छूने वाले पाँचवें भारतीय बल्लेबाज़ बने हैं।
#2 रविचंद्रन अश्विन

रविचंद्रन अश्विन ने 7 साल से भी अधिक समय तक भारतीय स्पिन आक्रमण का नेतृत्व किया है। एकमात्र भारतीय गेंदबाज जिन्होंने सबसे तेज़ी से 50, 100, 150, 200, 250 और 300 टेस्ट विकेट लिए हैं, पिछले कुछ समय से ख़राब फॉर्म से जूझ रहे हैं।
अपनी ख़राब फॉर्म की वजह से ही उन्होंने सीमित ओवर प्रारूपों में भारतीय टीम में अपना स्थान खो दिया है। वहीं टेस्ट क्रिकेट में भी पिछले एक दो साल से उनका प्रदर्शन औसत दर्जे का रहा है। ऑफ स्पिनर ने 2017-18 में खेले गए 20 टेस्ट मैचों में केवल 87 विकेट लिए हैं।
कुलदीप यादव और चहल के लगातार अच्छे प्रदर्शन से उन्होंने भारत की वनडे और टी-20 टीम से अपनी जगह गँवा दी है। 33 साल के अश्विन के लिए अब वनडे या टी-20 में जगह बनाना मुमकिन नहीं लगता लेकिन टेस्ट टीम का वह नियमित हिस्सा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे में भारत को चार टेस्ट मैच खेलने हैं। भारत का अगला ऑस्ट्रेलिया दौरा संभवतः तीन-चार साल बाद होगा, ऐसे में, अश्विन के लिए दोबारा इस दौरा पर आ पाना बहुत मुश्किल लगता है।
#3. मुरली विजय

टेस्ट क्रिकेट में भारत के सलामी बल्लेबाज़ मुरली विजय 2017 तक खेल के सबसे लंबे प्रारूप में भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ की हड्डी माने जाते थे। लेकिन उसके बाद से ही वह रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
विजय अपनी आखिरी 10 पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं। इस साल भारत के इंग्लैंड दौरे में उन्होंने बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया और अपनी 4 पारियों में वह महज़ 6.5 की औसत से केवल 26 रन ही बना पाए थे जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
हालांकि, काउंटी क्रिकेट में अपने प्रभावशाली प्रदर्शनों की वजह से 34 वर्षीय बल्लेबाज़ अभी भी भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा बने हुए हैं। लेकिन, भारत का यह वर्तमान ऑस्ट्रेलिया दौरा मुरली विजय का आखिरी दौरा होगा।दाएँ हाथ के सलामी बल्लेबाज ने अभी तक 59 टेस्ट और 17 वनडे मैचों में क्रमश: 3933 और 339 रन बनाए हैं।