दुनिया में हर कोई गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराने की उपलब्धि हासिल करना चाहता है। हालांकि, कुछ गिने-चुने लोग ही इस प्रतिष्ठित सूची में अपना नाम दर्ज करवा पाते हैं। कुछ चुनिंदा क्रिकेट खिलाड़ी भी इस सूची में अपना नाम दर्ज करवाने में सफल हुए हैं। क्रिकेट जगत में कुछ चुनिंदा ऐसे बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने अनोखे रिकॉर्ड कायम कर इस सूची में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा लिया है। इन खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा और ऐतिहासिक प्रदर्शन ने गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाया। तो आइये जानते हैं ऐसे 3 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जिनका नाम इस प्रतिष्ठित सूची में दर्ज है:
#3 एमएस धोनी (सबसे महंगा बल्ला )
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस सूची में शामिल हैं उनके बल्ले की वजह से। जी हाँ, धोनी का रीबॉक कंपनी का वो बल्ला, जिसके साथ उन्होंने 2011 क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में विजयी छक्का लगाया था, उस बल्ले को इंग्लैंड में नीलामी के लिए रखा गया था । लंदन (यूके) में धोनी द्वारा आयोजित "ईस्ट मीट्स वेस्ट" नामक एक कार्यक्रम में, आरके ग्लोबल नामक संस्था द्वारा £ 100,000 ($ 161,295) की भारी कीमत पर उस बल्ले को खरीदा गया था। इस फंड का इस्तेमाल धोनी की पत्नी के संगठन - साक्षी फाउंडेशन के विकास के लिए किया गया था, जो कि भारत में अनाथ बच्चों के लिए काम करता है।
#2 राजा महाराज सिंह (सबसे उम्रदराज़ प्रथम श्रेणी क्रिकेटर)
बॉम्बे के गवर्नर, राजा महाराज सिंह ने क्रिकेट के लिए अपने जुनून को बहुत देर से महसूस किया लेकिन अंततः वह 72 साल और 192 दिनों की उम्र में प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर बने और अपना नाम गिनीज़ बुक में दर्ज करवा दिया । अपनी ज़िंदगी के 70 बसंत पार करने के बाद महाराज सिंह को प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना पहला मैच खेलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यह मैच राज्यपाल एकादश और राष्ट्रमंडल एकादश के बीच खेला गया था। इस मैच में महाराज सिंह राज्यपाल एकादश का नेतृत्व कर रहे थे। वह पहले दिन के खेल में 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए आए लेकिन केवल 4 रनों पर कैच आउट होकर पैवेलियन वापिस लौट गए। इसके बाद उन्होंने बाकी के मैच में हिस्सा नहीं लिया और उनकी जगह पटियाला के महाराजा यादवेंद्र सिंह ने टीम का नेतृत्व किया था।
#1 विराज मारे (सबसे लंबा नेट सत्र)
विराज मारे जो पहले वड़ा पाव स्टाल चलाते थे, अपने क्रिकेट करियर को बनाए रखने के लिए मुंबई से पुणे चले गए थे। वहां 24 दिसंबर, 2015 को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराने वाले तीसरे क्रिकेटर बने। उन्हें सबसे ज़्यादा समय तक नेट अभ्यास करने के लिए यह सम्मान मिला था। उन्होंने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए 3 दिन और 2 रात तक बल्लेबाजी की। करवे नगर में महालक्ष्मी लॉन्स में खेलते हुए, विराज मारे ने 22 दिसंबर को अपना नेट सत्र शुरू किया और 50 घंटे, 5 मिनट और 51 सेकंड में 2,447 ओवरों का सामना कर यह रिकार्ड कायम किया। विराज मारे ने डेव न्यूमैन और रिचर्ड वेल्स के 48 घंटे तक बल्लेबाज़ी के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया। लेखक:ब्रोकनक्रिकेट अनुवादक: आशीष कुमार