भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड दौरे पर तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से हार चुकी है। इस सीरीज में भारतीय टीम ने सिर्फ पहला मुकाबला ही अपने नाम करने में सफलता हासिल की और आखिरी दोनों मुकाबलों में इंग्लैंड की टीम ने भारत को शिकस्त दी। विश्व कप 2019 के लिहाज से भारत की ये सीरीज हार किसी धक्के से कम नहीं है। हालांकि अब भारत को इस सीरीज हार के साथ ही टीम के कमजोर पहलूओं पर भी ध्यान देना चाहिए। इस वनडे सीरीज में देखा गया कि कुछ खिलाड़ी प्रदर्शन करने में एकदम ही नाकाम रहे। भारत फिलहाल विश्व कप 2019 की तैयारियों के लिए युवाओं को ज्यादा मौके दे रही है, इस लिहाज से कौनसा खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर पा रहा है, वह काफी मायने रखता है। अगला विश्व कप इंग्लैंड में ही होना है, ऐसे में आइए उन खिलाड़ियों पर नजर डालते हैं, जो इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में खराब प्रदर्शन के कारण बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है:
#3 सिद्धार्थ कौल
इंग्लैंड दौरे के लिए सिद्धार्थ कौल का भी चयन किया गया था। सिद्धार्थ कौल से टीम को उम्मीदें काफी ज्यादा थी। तेज गेंदबाजी के लिए भारत को विकल्प की जरूरत थी और ऐसे में सिद्धार्थ कौल को मौका दिया गया, लेकिन सिद्धार्थ कौल इस मौके भुनाने में असफल रहे। इंग्लैंड के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज में सिद्धार्थ कौल को दो मैचों में खेलने का मौका मिला। इन दोनों मैचों में सिद्धार्थ कौल विकट के लिए तरसते नजर आए और उनके खाते में सीरीज में एक भी विकेट नहीं आया, ऐसे में सिद्धार्थ कौल की गेंदबाजी पूरी तरह से फ्लॉप रही। वहीं डेथ ओवरों के लिहाज से भी सिद्धार्थ कौल को एक अहम गेंदबाज के तौर पर देखा जा रहा था लेकिन वहां भी कौल नाकाम साबित हुए। डेथ ओवरों में कौल ने काफी ढ़ीली गेंदबाजी की और रन भी काफी लुटाए। पहले वनडे में कौल ने 10 ओवर में जहां 62 रन दिए तो वहीं दूसरे वनडे मैच में कौल ने आठ ओवर करते हुए 59 रन दिए। इस लिहाज से फिलहाल सिद्धार्थ कौल को अगले मौके के लिए थोड़ा इंतजार करना चाहिए।
#2 उमेश यादव
शानदार आईपीएल सीजन के बाद उमेश यादव को इंग्लैंड दौरे के लिए चुना गया। हालांकि उमेश यादव को एक टेस्ट गेंदबाज के तौर पर जाना जाता है, लेकिन आईपीएल में उनके प्रदर्शन के चलते उन्हें इस बार वनडे में मौका दिया गया। वनडे में भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी के चलते उमेश यादव को गेंदबाजी आक्रमण को लीड करने का मौका दिया गया, लेकिन उमेश यादव बुरी तरह से असफल रहे। उमेश यादव इंग्लैंड के बल्लेबाजों के आगे अपनी लाइन और लैंथ पूरी तरह से गंवा चुके थे। रनों लुटाने के मामले में भी उमेश यादव किसी से पीछे नहीं रहे और टीम इंडिया के लिए महंगे गेंदबाज साबित हुए। पहले एकदिवसीय मुकाबले में उमेश यादव ने 9.5 ओवर गेंदबाजी करते हुए 70 रन दिए और दो विकेट हासिल किए। इसके बाद दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में उमेश यादव ने 10 ओवर में 63 रन देकर महज एक विकेट ही हासिल किए। उमेश ने अच्छे मौके को अपने हाथ से जाने दिया।
#1 सुरेश रैना
भारतीय क्रिकेट टीम में सुरेश रैना को एक लंबे अंतराल के बाद मौका दिया गया। कप्तान विराट कोहली ने भी वनडे सीरीज में प्लेइंग इलेवन में सुरेश रैना को शामिल किया, क्योंकि रैना को एक अतिरिक्त गेंदबाजी विकल्प के तौर पर भी काम आते हैं। लंबे वक्त से बाहर रहे सुरेश रैना से टीम को काफी उम्मीदें थी, लेकिन सुरेश रैना उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए। उनकी बल्लेबाजी आईपीएल 2018 में बेहतर रही, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में सुरेश रैना के बल्ले से कोई कमाल देखने को नहीं मिला। इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे मुकाबले में भारत को जीत हासिल हुई। इस मैच में सुरेश रैना को बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। वहीं दूसरे वनडे मुकाबले में सुरेश रैना ने बल्लेबाजी करते हुए 63 गेंदों में 1 चौके की मदद से 46 रन बनाए। वहीं आखिरी और तीसरे वनडे मुकाबले में सुरेश रैना ने महज चार गेंदें खेली और मात्र 1 रन बनाकर पैवेलियन लौट गए। इस मुकाबले में रैना टीम इंडिया की तरफ से सबसे कम रन स्कोर करने वाले बल्लेबाज रहे। इस प्रदर्शन के चलते रैना को फिलहाल टीम इंडिया से बाहर कर दूसरे खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता है। लेखक: रैना सिंह अनुवादक: हिमांशु कोठारी