विश्व कप 2019 शुरू होने में अब एक साल से भी कम समय बचा है। इससे पहले टीम इंडिया ने कप्तान एमएस धोनी के नेतृत्व में 2011 का विश्व कप जीता था और विश्व कप 2015 में सैमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारकर टीम टूर्नामेंट से बाहर गई थी।
वर्तमान में भारत को अगला विश्व कप जीतने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। वनडे में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ विराट कोहली टीम का नेतृत्व करेंगे, ऐसे में क्रिकेट प्रशंसकों को टीम इंडिया से बहुत उम्मीदें होंगी। इसमें कोई संदेह नहीं है कि विश्व कप टीम का चयन चयनकर्ताओं के लिए बहुत मुश्किल काम होगा।
फिर भी इंग्लैंड की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए भारतीय चयनकर्ताओं को कुछ कठिन निर्णय लेने होंगे और ऐसे में कुछ नियमित खिलाड़ियों को टीम से बाहर किया जा सकता है। तो आइये जानते हैं ऐसे तीन खिलाड़ियों के बारे में जो शायद भारत की विश्व कप टीम का हिस्सा ना बन पाएं:
युजवेंद्र चहल
एशिया कप में शानदार प्रदर्शन करने वाले युजवेंद्र चहल का भारत की विश्वकप टीम का हिस्सा बनना मुश्किल लगता है। उनके स्थान पर रविंद्र जडेजा को टीम में शामिल किया जा सकता है।
इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम टेस्ट मैच में जडेजा ने गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी बढ़िया प्रदर्शन किया था। इसके अलावा, टीम में दो कलाई के स्पिनरों (कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल) की मौजूदगी इंग्लैंड की तेज़ पिचों के अनुकूल नहीं होगी। इसलिए भारतीय चयनकर्ता जडेजा को एक अतिरिक्त गेंदबाज के रूप में टीम में स्थान दे सकते हैं। इसके साथ ही रविंद्र जडेजा बल्ले से भी अहम भूमिका निभा सकते हैं।
अंबाती रायडू
अंबाती रायडू ने हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन दुर्भाग्यवश वह कभी भी भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए। इसके अलावा उनका विवादों से गहरा नाता रहा है।
एशिया कप में हमने रायडू को विराट कोहली की जगह नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी करते देखा है। चूँकि, विराट कोहली विश्वकप में भारतीय टीम की अगुवाई करेंगे, इसलिए रायडू को टीम में शामिल करना मुमकिन नहीं होगा। केएल राहुल को उनकी बल्लेबाज़ी क्षमता और केदार जाधव को उनके ऑलराउंडर प्रदर्शन के कारण अंबाती रायडू पर प्राथमिकता दी जा सकती है।
मनीष पांडे
विराट कोहली की कप्तानी में भारत को अंडर-19 विश्वकप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले मनीष पांडे ने आईपीएल और भारत 'ए' के लिए खेलते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उनके इसी प्रदर्शन को देखते हुए पांडे को एशिया कप की 15 सदस्यीय भारतीय टीम में चुना गया था। उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ एक मैच खेलने का मौका मिला लेकिन वह इस मौके को भुनाने में असफल रहे और सिर्फ 8 रन बनाकर पवेलियन वापस लौट गए।
वर्तमान में, भारतीय टीम में प्रतिभाशाली बल्लेबाज़ों की कमी नहीं है, खासकर मध्य-क्रम में टीम के पास कई बेहतरीन विकल्प हैं। हालाँकि मनीष पांडे ने हमेशा लाजबाव क्षेत्ररक्षण किया है, लेकिन यहां तक बल्लेबाज़ी की बात है तो पिछले काफी समय से उनका बल्ला खामोश है। ऐसे में अगले साल होने वाले विश्व कप में संभवतः हम मनीष पांडे को टीम में खेलता ना देखें।