इंग्लैंड की धरती से शुरू हुआ टी20 क्रिकेट धीरे-धीरे सब जगह लोकप्रिय हो चला है। भारत में भी दर्शक इसे काफी पसंद करते हैं। आईपीएल आज दुनिया का सबसे ज्यादा लोकप्रिय टूर्नामेंट है। भारतीय टीम ने इसे अन्य देशों से बाद में खेलना शुरू किया था लेकिन पहले ही मैच में जीत के बाद अगले ही वर्ष टी20 वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था। टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का यह पहला विश्वकप था जो 2007 में दक्षिण अफ़्रीकी जमीन पर खेला गया था।
पहली बार भारतीय टीम ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट दिसम्बर 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वांडरर्स के मैदान पर खेला था। टीम इंडिया ने पहली बार खेलते हुए 6 विकेट से जीत दर्ज की थी। दिनेश कार्तिक ने उसमें नाबाद 31 रन बनाए थे। ख़ास बात यह भी है कि एमएस धोनी उस मैच में शून्य रन बनाकर आउट हो गए थे। वहां से अब तक भारत ने टी20 अंतरराष्ट्रीय में 115 मैच खेलकर 71 बार जीत दर्ज की है, 41 में पराजित और 3 मुकाबले अनिर्णीत रहे हैं। इस लेख में हम उन भारतीय खिलाड़ियों का जिक्र करेंगे जिनका टी20 डेब्यू मैच आखिरी रहा और वे फिर कभी नहीं खेले।
दिनेश मोंगिया
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत का पहला टी20 दिनेश मोंगिया का डेब्यू टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच था। इस मुकाबले में उन्होंने 45 गेंद खेलकर 38 रन बनाए, इसमें चार चौके और एक छक्का शामिल है। वे चार्ल्स लेंगवेल्ट की गेंद पर रॉबिन पीटरसन के हाथों कैच हुए। इसके बाद उन्हें कभी भारतीय टीम में टी20 मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला। इसके बाद वे विवादित टी20 लीग इंडियन क्रिकेट लीग से जुड़ गए और टीम में नहीं आए। मोंगिया को आईपीएल में भी खेलने का मौका कभी नहीं मिला। इस तरह से उनका डेब्यू टी20 मैच आखिरी मैच साबित हुआ, हाल ही में उन्होंने 18 वर्ष लम्बे करियर के बाद खेल को अलविदा कहा है।
सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत के पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में शिरकत की थी। बल्लेबाजी के दौरान उन्होंने 12 गेंद में 10 रन बनाए और चार्ल्स लेंगवेल्ट की गेंद पर आउट हुए। इस मैच में उन्होंने गेंदबाजी भी की। 2.3 ओवर की गेंदबाजी में उन्होंने 12 रन खर्च किये और जस्टिन केम्प का विकेट चटकाया। इसके बाद वे फिर कभी भारतीय टीम के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं खेले।
राहुल द्रविड़
भारतीय टीम की दीवार माने जाने वाले राहुल द्रविड़ ने भारत के लिए 31 अगस्त 2011 को टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया। इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में भारत को इस मुकाबले में 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। राहुल द्रविड़ ने इसमें ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 21 गेंद में 31 रन बनाए और समित पटेल के एक ओवर में लगातार तीन छक्के जड़े। यह मैच द्रविड़ के टी20 करियर का अंतिम मैच भी साबित हुआ। वे फिर टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कभी नहीं खेले।