#2 अनिल कुंबले
भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफलतम गेंदबाज अनिल कुंबले भी अपने करियर के अंतिम दौर में जूझते नजर आ रहे थे। इसके साथ ही उस समय टीम के कप्तान रहे कुंबले को ऊँगली की चोट भी परेशान कर रही थी। 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्हें अपने घरेलू मैदान बेंगलुरु में भी विकेट नहीं मिला। अपने करियर के अंतिम 5 पारियों में से 4 पारियों में उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला था।
इसके बाद मीडिया में उनके संन्यास लेने की चर्चा होने लगी। इसके साथ ही महेंद्र सिंह धोनी को टेस्ट मैचों में भी कप्तानी देनी की बात हो रही थी। कुंबले ने दिल्ली के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच के बाद ही संन्यास की घोषणा कर दी। ऐसा कम ही होता है कि कोई खिलाड़ी बीच सीरीज में संन्यास की घोषणा करे और वह भी टीम का कप्तान होते हुए। टीम के कप्तान होने के बाद भी मीडिया पर फैंस के दबाव में कुंबले को क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करनी पड़ी।