हार्दिक पांड्या ने टीम इंडिया में अपनी छवि एक ऑलराउंडर के तौर पर बनाई है लेकिन लगता है कि टेस्ट क्रिकेट उनके बस की बात नहीं है। इंग्लैंड के खिलाफ हुई पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में हार्दिक को भी मौका दिया गया। जहां न तो बल्लेबाजी में उन्होंने कमाल दिखाया और नहीं गेंदबाजी में उनकी धार देखी गई। बल्लेबाजी करते हुए हार्दिक ने 8 पारियों में 23.42 की औसत से 164 रन बनाए। इसके साथ ही गेंदबाजी में भी पांड्या कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। उन्होंने 24.70 की औसत से 10 विकेट हासिल किए। पांड्या ने तीसरे टेस्ट मैच में फाइव विकेट हॉल जरूर लिया लेकिन ऑवरऑल उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए पांड्या को मौका नहीं दिया जाना चाहिए।
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