क्रिकेट खेलने वाले हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वो एक दिन अपने देश के लिए जरुर खेले। हर क्रिकेटर इसी सपने के साथ शुरुआत करते हुए और उसी हिसाब से मेहनत करता है। हालांकि भारत जैसे देश में केवल कुछ ही क्रिकेटरों को अपने देश के लिए खेलने का मौका मिल पाता है। बाकी कुछ खिलाड़ी केवल रणजी स्तर तक रह जाते हैं, या फिर कुछ क्लब लेवल तक ही रह जाते हैं।
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जिन क्रिकेटरों अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिलता है तो वो चाहते हैं कि वो लंबे समय तक अपने देश के लिए खेलें। कुछ क्रिकेटर ऐसा करने में सफल रहते हैं तो कई क्रिकेटर ऐसा नहीं कर पाते हैं। कुछ क्रिकेटर ऐसे भी होते हैं जिन्हें अचानक टीम से बाहर कर दिया जाता है और उसके बाद वो वापसी नहीं कर पाते हैं। आज हम आपको 3 ऐसे ही क्रिकेटरों के बारे में बताएंगे जिन्हें अचानक से टीम से बाहर कर दिया गया और फिर वो वापसी नहीं कर पाए।
3.अंबाती रायडू
आईपीएल 2018 में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद अंबाती रायडू की भारतीय टीम में वापसी हुई थी। रायडू को नंबर 4 के भारतीय टीम में आजमाया गया और उन्होंने लंबे समय तक उसी क्रम पर बल्लेबाजी की। जब लगा कि अंबाती रायडू नंबर 4 के लिए भारतीय टीम में पक्के हो गए हैं और वर्ल्ड कप 2019 में वही नंबर 4 पर बल्लेबाजी करेंगे तो चयनकर्ताओं के फैसले ने सबको चौंका दिया।
वर्ल्ड कप के लिए जब टीम का ऐलान हुआ तो अंबाती रायडू को जगह नहीं मिली। उनकी जगह विजय शंकर को टीम में शामिल किया गया और भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा कि विजय शंकर थ्रीडी प्लेयर हैं क्योंकि वो बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग तीनों कर सकते हैं।
रायडू को अचानक टीम से बाहर कर दिया गया और उसके कुछ दिन बाद उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया। हालांकि कुछ दिन बाद उन्होंने अपने संन्यास का फैसला वापस भी ले लिया लेकिन अब उनकी भारतीय टीम में वापसी काफी मुश्किल है।
2.करुण नायर
करुण नायर ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने तीसरे टेस्ट मैच में ही तिहरा शतक जड़ दिया था। इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने शानदार तिहरा शतक लगाया था लेकिन ये तिहरा शतक उनके लिए काफी भारी पड़ गया। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में जबरदस्त प्रदर्शन के बाद उनसे काफी उम्मीदें बढ़ गईं। लेकिन 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीरीज में वो फ्लॉप हो गए और उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
इसके बाद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के लिए टीम में जरुर चुना गया लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला। उस सीरीज में भारतीय बल्लेबाज बुरी तरह फ्लॉप हो रहे थे लेकिन करुण नायर को मौका देने की बजाय भारतीय चयनकर्ताओं ने हनुमा विहारी को अचानक से बीच सीरीज बुला लिया और प्लेइंग इलेवन में शामिल भी कर लिया, जबकि करुण नायर टीम से बाहर ही बैठे रहे। इसके बाद वेस्टइंडीज सीरीज से उन्हें ड्रॉप कर दिया गया और वो तब से बाहर ही चल रहे हैं। करुण नायर ने अभी तक सिर्फ 6 ही टेस्ट मैच खेले हैं और इस दौरान 374 रन बनाए हैं।
1.प्रज्ञान ओझा
प्रज्ञान ओझा ऐसे दुर्भाग्यशाली खिलाड़ी हैं जिन्हें आखिरी टेस्ट मैच में 10 विकेट लेने के बावजूद टीम से बाहर कर दिया गया। उन्होंने नवंबर 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुकाबले में 10 विकेट चटकाए थे और ये सचिन तेंदुलकर का आखिरी टेस्ट मैच भी था। लेकिन इसके बावजूद ओझा को टीम से बाहर कर दिया गया और उसके बाद वो कभी भी भारतीय टीम की तरफ से खेल नहीं पाए।
प्रज्ञान ओझा अब संन्यास ले चुके हैं और उन्हें इस बात का मलाल अभी भी है कि शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कुछ दिन पहले बयान भी दिया था कि चयनकर्ताओं ने उनसे बात नहीं की थी और अचानक टीम से बाहर कर दिया था।