क्रुणाल पांड्या

अपने ऑलराउंड खेल से प्रभावित करने वाले क्रुणाल पांड्या भारतीय क्रिकेट में एक अलग पहचान के साथ आए हैं। विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने स्पिन गेंदबाजी में अपने हाथ दिखाते हुए गोवा के खिलाफ 41 रन देकर 6 विकेट झटकते हुए एक बार फिर भारतीय टीम का दरवाजा खटखटाया।
एक बेहतरीन फील्डर के अलावा वह एक उम्दा बल्लेबाज भी है। मुश्किल स्थिति में उनकी बल्लेबाजी पर भरोसा किया जा सकता है। यह बात आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए भी उन्होंने कई बार साबित की है। गेंदबाजी में रन नहीं देना उनके स्वभाव में है। पावरप्ले के दौरान नई गेंद से गेंदबाजी करने में भी क्रुणाल पांड्या को कोई परेशानी नहीं होती। हार्दिक पांड्या चोट की वजह से वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम से बाहर हैं, ऐसे में क्रुणाल को शामिल कर एक प्रयोग किया जा सकता था। स्पिन विभाग में उनके आने से एक नई ताकत का संचार भी होता।