#2 एस श्रीसंत
इस लिस्ट में दूसरा नाम है श्रीसंत का, जिन्हें साल 2011 में हुए विश्वकप के दौरान भारतीय टीम में तो शामिल किया गया था लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। हालांकि इसके आधार पर श्रीसंत की प्रतिभा पर शक नहीं किया जा सकता। श्रीसंत विश्वकप 2011 के दौरान 2 मैचों में भारत की प्लेइंग इलेवन में शामिल रहे थे, जिसमें उन्होंने 8.07 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी करते हुए 105 रन दिए थे। हालांकि विकेट हासिल करने में वह असफल रहे थे।
2011 विश्वकप के खत्म होने के साथ ही श्रीसंत के करियर पर भी ब्रेक लग गया। उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच 2 अप्रैल 2011 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। साल 2005 में अपने वनडे करियर की शुरुआत करने वाले श्रीसंत ने अपने करियर में कुल 53 वनडे मैच खेले और उनमें 6.07 की इकॉनमी रेट से कुल 75 विकेट हासिल किए। इस दौरान उन्होंने एक पारी में 55 रन देकर 6 विकेट भी अपने नाम किए और यह उनका सबसे उम्दा गेंदबाजी प्रदर्शन था।
#1 मुनाफ पटेल
साल 2011 में खेले गए विश्वकप में भारतीय टीम में मुनाफ पटेल को भी शामिल किया गया था, हालांकि मुनाफ पटेल का नाम बहुत कम ही लोगों को मालूम होगा, क्योंकि इनका करियर बेहद छोटा रहा। इसके बावजूद 2011 में भारत को चैंपियन बनाने में पटेल ने अहम योगदान दिया था। मुनाफ पटेल ने 2011 आईसीसी विश्वकप में भारतीय टीम की ओर से 8 मैच खेले थे और उनमें पटेल ने 5.36 की इकॉनमी रेट और 32.09 के औसत से गेंदबाजी की थी, जिसकी बदौलत उन्होंने 8 मैचों में 11 विकेट अपने नाम किए थे। इस टूर्नामेंट में उन्होंने एक पारी में 48 रन देकर 4 विकेट भी झटके थे।
इसके बावजूद मुनाफ पटेल ज्यादा दिनों तक वनडे टीम में नहीं रह सके। 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में डेब्यू करने वाले पटेल ने अपना आखिरी वनडे मैच भी 3 सितंबर 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। उन्होंने अपने करियर में कुल 70 वनडे मैच खेले और उनमें 4.95 की इकॉनमी रेट से कुल 86 विकेट अपने नाम किए।