ब्रिटिश राज से ही भारत में क्रिकेट खेला जा रहा है लेकिन पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच भारतीय टीम ने आजादी से करीब पंद्रह साल पहले खेला था। समय बीतता गया और भारत को आज विश्व की सबसे बेहतरीन टीमों में से एक माना जाता है। इस लम्बे सफर में भारत दो बार वनडे क्रिकेट का विश्व चैंपियन भी बना, एक बार टी20 में भी विश्व विजेता बनना दर्शाता है कि इस टीम ने खुद में कितना सुधार किया है।
भारत एक ऐसा देश है जहाँ आक्रामकता शब्द को लोग खुद से दूर ही रखने में विश्वास रखते आए हैं लेकिन समय बदलने के साथ साथ लोगों के रवैये में भी बदलाव आना लाज़िमी है। बात कर लेते हैं स्लेजिंग की, क्रिकेट की दुनिया में ऑस्ट्रेलिया को स्लेजिंग का किंग माना जाता है।
जैसा कि हम पहले भी कह चुके हैं कि बदलते समय के साथ व्यक्ति के रवैये में भी बदलाव आता है। इन्हीं चीजों को ध्यान में रखते हुए यहाँ हम आपको बताने वाले हैं ऐसे कुछ भारतीय क्रिकेटर्स के बारे में जिन्होंने स्लेजिंग का मुंहतोड़ जवाब देने में ही समझदारी दिखाई।
3) एस श्रीसंत- आंद्रे नेल
आईपीएल 2013 से पहले श्रीसंत के लिए सब ठीक चल रहा था, लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग के छठे सीज़न के बाद इस भारतीय खिलाड़ी का करियर लगभग ख़त्म ही हो गया। आपको याद दिला दें कि एक ऐसा भी समय हुआ करता था जब श्रीसंत भारतीय टीम के मुख्य तेज गेंदबाज हुआ करते थे।
भारतीय टीम 2006 में अफ्रीकी दौरा कर रही थी, जोहनिसबर्ग में हुए टेस्ट मैच में आंद्रे नेल और श्रीसंत एक दूसरे पर कटाक्ष करते नजर आए। उस समय यह भारतीय खिलाड़ी भी काफी युवा था और वो अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाए, श्रीसंत ने अगली ही गेंद पर बल्ला घुमाया और गेंद बाउंड्री के बाहर ही जाकर गिरी।
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2) शोएब अख़्तर- वीरेंदर सहवाग
भारत का साल 2004 का पाकिस्तान दौरा, जब वीरेंदर सहवाग टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में तिहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय बनने वाले थे। मगर शोएब अख़्तर लगातार सहवाग को एक के बाद एक बाउंसर फेंक रहे थे।
हर एक बाउंसर के बाद अख़्तर सहवाग के पास जाते और उन्हें हुक शॉट खेलने की चुनौती देते नजर आते। बाउंसर आती रहीं फिर एक समय ऐसा भी आया जब सहवाग ने जवाब में कहा,"गेंद कर रहे हो या भीख मांग रहे हो।"
1) युवराज सिंह- एंड्रू फ्लिंटॉफ
2007 टी20 विश्व कप के उस लम्हे को भला कौन भुला सकता है। गलती एंड्रू फ्लिंटॉफ ने की और भुगतान युवा गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड को करना पड़ा। भारत और इंग्लैंड के बीच सुपर-8 मुक़ाबला और पांचवें स्थान पर युवराज सिंह बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे।
फ्लिंटॉफ युवराज पर तंज़ कसते नजर आए और युवराज के बारे में हम सभी जानते हैं कि वो चुप बैठने वालों में से तो बिलकुल नहीं हैं। इन दोनों के बीच गहमागहमी का भुगतान स्टुअर्ट ब्रॉड को छः छक्कों के रूप में करना पड़ा था।