टी20 लोगों का फेवरेट गेम इसलिए बन गया है क्योंकि इसमें दर्शकों को काफी बाउंड्रीज़ देखने को मिलती है। इसी कारण फैंस को कुछ खिलाड़ियों से काफी उम्मीदें होती है। क्रिकेट को पसंद नहीं करने वाले लोग टी20 मैचों मे ंडीविलियर्स की बल्लेबाजी पसंद करते हैं। एमएस धोनी भी दर्शकों के बीच अपनी पावरहिटिंग को लेकर काफी मशहूर हैं। धोनी किसी भी गेंदबाज़ की गेंदों को स्टेडियम से बाहर पहुंचाने का माद्दा रखते हैं। कप्तानी बनने के बाद धोनी की पावर हिटिंग कम देखने को मिली। लेकिन एक चीज जो कभी नहीं बदली वो धोनी का आखिरी गेंद पर मैच को खत्म करना। आईपीएल में धोनी 3 बार ऐसा कारनामा कर चुके हैं। # कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ, 2008 धोनी ने पहले आईपीएल में अच्छा खेल दिखाया। कोलकाता ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 147 रन बनाए। लक्ष्मी रतन शुक्ला की शानदार बल्लेबाजी की वजह से ये स्कोर खड़ा हुआ। टी-20 में पहले 120 रन का स्कोर भी काफी बडा माना जाता था। लेकिन चेन्नई ने अच्छी बैटिंग करते हुए मैच को 9 विकेट और 3 ओवर शेष रहते हासिल कर लिया। मुरली ओवर मैच के दौरान अपनी ओवर की आखिरी गेंद फेंक रहे थे। चेन्नई को उस समय जीत के लिए सिर्फ 2 रनों की दरकार थी। धोनी ने उस गेंद पर एक शानदार छक्का लगाकर मैच में अपनी झोली में किया। # किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ, 2010 ये पारी ऊपर बताई गई पारी ये ज्यादा अच्छी थी, क्योंकि इसमें हालात काफी अलग थे। किंग्स इलेवन पंजाब के बल्लेबाज शॉन मार्श की बदौलत पंजाब की टीम ने 192 रन बनाए। ये टारगेट काफी बड़ा था लेकिन सुरेश रैना और एस बद्रीनाथ ने चेन्नई को मैच में बनाए रखा। मैच की आखिरी 20 बॉल में चेन्नई को 45 रनों की दरकार थी। मैच के आखिरी ओवर में चेन्नई को जीत के लिए 16 रन चाहिए थे। धोनी ने इरफान पठान के उस ओवर में 1 बाउंड्री और 2 लगातार छक्के लगाकर मैच को 2 बॉल पहले ही जीत लिया। # किंग्स इलेवन पंजाब, 2016 धोनी द्वारा मैच को छक्के से खत्म किया जाने का दर्शकों को आईपीएल में 6 साल लंबा इंतजार करना पड़ा। इस बार का आईपीएल धोनी के लिए किसी बुरे सपने की तरह रहा है। उनकी नई टीम राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स टूर्नामेंट से बाहर होने वाली पहली टीम बनी। पिछले दो बार के मुकाबले इस बार धोनी के लिए हालात काफी मुश्किल थे। लेकिन उन्होंने अपने कूल ना खोते हुए मैच में आखिरी गेंद पर खत्म किया। 173 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए पुणे को आखिरी ओवर में 23 रन चाहिए थे। आखिरी की 2 बॉल में पुणे को 12 रनों की दरकार थी। धोनी ने लगातार दो बॉल पर 2 छक्के लगाकार मैच को शानदार तरीके से खत्म किया और धोनी ने फिर साबित किया कि उन्हें सबसे अच्छा मैच फिनिशर क्यों कहा जाता है। लेखक- उमीद डे, अनुवादक- विजय शर्मा