#2 श्रीवत्स गोस्वामी
एक 18 वर्षीय तकनीकी रूप से मजबूत क्रिकेटर ने युवा खिलाड़ी को दिया जाने वाला पहला आईपीएल पुरस्कार जीता, जिसे बाद में सर्वश्रेष्ठ अंडर -19 खिलाड़ी कहा जाता था। एडम गिलक्रिस्ट के प्रशंसक ने आईसीसी अंडर -19 विश्वकप में 152 रन बनाए, जिससे उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ अनुबंध करने को मिला। हालांकि उन्हें केवल 4 मौके मिले, लेकिन खुद को साबित करने के लिए पर्याप्त था। इस खिलाड़ी ने 25 से अधिक की औसत से 82 रन बनाए, जिससे उन्हें पुरस्कार मिला। लेकिन उनके करियर ने कभी उतनी उड़ान नहीं भरी जितनी की उम्मीद थी और उनके औसत प्रदर्शन ने उनकी किसी तरह से मदद नहीं की। नतीजतन 2014 से 2018 तक गोस्वामी को आईपीएल अनुबंध नहीं मिल पाया। गोस्वामी का सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2017/18 का सफर काफी शानदार था जिसमें उन्होंने 8 मैचों में 373 रन बनाए और टूर्नामेंट के चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। हालांकि वह एक बड़े अनुबंध (1 करोड़) की उम्मीद कर होंगे पर ऐसा देखने को नहीं मिला था। गोस्वामी को 2018 की नीलामी में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने खरीदा। जो अपने बंगाल टीम के साथी ऋद्धिमान साहा की जगह विकेट कीपिंग की तलाश में हैं।