#2. सौरव गांगुली
जब भी भारतीय टीम में जबरदस्ती वापसी का मामला उठता है तो सबसे पहले दिमाग में सौरव गांगुली का नाम आता है। गांगुली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने वन-डे डेब्यू में सिर्फ तीन रन बनाए और उन्हें तुरंत टीम से बाहर कर दिया गया था। उन्होंने 1996 में वन-डे टीम में वापसी की और फिर इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर उन्हें टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिला, क्योंकि नवजोत सिंह सिद्धू को नाटकीय अंदाज में बाहर बैठाया गया था।
गांगुली ने डेब्यू मैच में शानदार शतक जड़ा और इस उपलब्धि को हासिल करने वाले भारत के इतिहास में तीसरे क्रिकेटर बने। खराब फॉर्म और 2005 में कोच ग्रेग चैपल से विवाद के कारण गांगुली को कप्तानी से हटना पड़ा।
गांगुली को विवादस्पद रूप से बाहर किए जाने के बाद देशभर में चैपल का विरोध किया गया। हालांकि योद्धा कहलाने वाले सौरव गांगुली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2006 में नाटकीय अंदाज में जोरदार वापसी की। उन्होंने इस दौरे पर खूब रन बनाए। इसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने वन-डे टीम में वापसी की तथा पहले मैच में 98 रनों की शानदार पारी खेली।