#1. मोहिंदर अमरनाथ
मोहिंदर अमरनाथ ने 1969 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू किया, लेकिन वह प्रभावित करने में नाकामयाब रहे और टीम से जल्दी उन्हें बाहर कर दिया गया। उन्हें टेस्ट टीम में दूसरा मौका पाने के लिए सात वर्षों का इंतजार करना पड़ा और आखिरकार 1976 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वापसी की। अमरनाथ ने वापसी के बाद 64 रन की पारी खेली और क्राइस्टचर्च में हुए अगले टेस्ट में 75 रन की पारी तथा 4 विकेट का ऑलराउंड प्रदर्शन किया।
अमरनाथ उस समय टेस्ट और वन-डे में काफी कामयाब रहे। शुरुआत में वह गेंदबाजी ऑलराउंडर कहलाते थे, लेकिन जल्द ही उन्होंने खुद को उपरी क्रम के बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया। वह भारत के 1983 विश्व कप विजेता टीम के प्रमुख सदस्य रहे। उन्हें विश्व कप में मैन ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था। उन्होंने कई ख़राब दौर देखे, लेकिन वह कुछ समय के लिए ही टीम से बाहर रहे और हर बार जोरदार वापसी की। भारतीय क्रिकेट की बात की जाए तो अमरनाथ को वापसी का बादशाह माना जाता था।