क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें 2 देशों की टीम के बीच कड़े मुकाबले होते हैं। इस खेल की सबसे बड़ी ट्रॉफी विश्व कप है, क्रिकेट खेलने वाली हर टीम इसे जीतने के लिए हर संभव कोशिश करती है। लेकिन इन सबके अलावा क्रिकेट में दो देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज का भी एक अलग महत्व है। क्योंकि टूर्नामेंट की बजाय टीमें द्विपक्षीय सीरीज ज्यादा खेलती हैं। इसलिए इसमें नाक की लड़ाई काफी ज्यादा होती है।
क्रिकेट शुरु होने से लेकर अब तक कई ऐसी द्विपक्षीय श्रृंखलाएं हुई हैं, जिसे जीतने के लिए दोनों देशों ने हर तरकीब का सहारा लिया। मैदान पर ये रोमांच देखते ही बनता है। इनमें से कुछ सीरीज वर्ल्ड क्रिकेट में काफी मशहूर हैं। आइए आपको बताते हैं क्रिकेट की सबसे मशहूर 3 द्विपक्षीय ट्रॉफियों के बारे में।
क्रिकेट में 3 द्विपक्षीय श्रृखंलाओं की ट्रॉफियां
3.बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जो टेस्ट सीरीज खेली जाती है, उसका नाम बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी होता है। एलन बॉर्डर ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी थे, वहीं सुनील गावस्कर भारत के महान क्रिकेटर थे। दोनों ने ही अपने जमाने में काफी बेहतरीन क्रिकेट खेली है और टेस्ट मैचों में अपने-अपनी टीमों की कप्तानी भी कर चुके हैं।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जब भी कोई टेस्ट सीरीज संपन्न होती है तो दोनों ही दिग्गज उस समय मौजूद रहते हैं और विजेता टीम को अपने हाथ से ट्रॉफी देते हैं। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की पहली सीरीज 1996-1997 में खेली गई थी। भारत ने तब इस सीरीज की मेजबानी की थी सीरीज में जीत हासिल की थी। भारत ने तब सीरीज का एक मैच जीता था। इस सीरीज में 2, 3 या 4 टेस्ट मैच खेले जाते हैं, लेकिन अब इसे 4 टेस्ट मैचों की सीरीज कर दिया गया है। बारी-बारी से दोनों देशों इसकी मेजबानी करते हैं।
2. चैपल-हेडली ट्रॉफी
चैपल-हैडली ट्रॉफी ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच एकदिवसीय श्रृंखला के लिए होती है। इस ट्रॉफी का नाम दोनों देशों के 2 मशहूर क्रिकेट परिवारों के नाम पर पड़ा। इयान चैपल, ग्रेग चैपल और ट्रेवर चैपल ऑस्ट्रेलियाई टीम के दिग्गज खिलाड़ी रहे हैं, वहीं वॉल्टर हैडली, और उनके 3 बेटे बैरी हैडली, डेल हैडली और रिचर्ड हैडली न्यूजीलैंड के दिग्गज क्रिकेटर रहे हैं।
2004 से लेकर 2009 के बीच ये सीरीज हर साल होती थी, जिसके तहत 3 एकदिवसीय मैच खेले जाते थे। इस ट्रॉफी का पहला सीरीज 1-1 से ड्रॉ रहा था। 2011 और 2015 के वर्ल्ड कप में भी इन दोनों टीमों के बीच जो 2 लीग मैच खेले गए वो इसी नाम के तहत खेले गए।
1. एशेज ट्रॉफी
क्रिकेट के इतिहास में सबसे पुरानी प्रतिद्वंदी टीम ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की है। क्रिकेट इतिहास का पहला टेस्ट मैच भी इन्ही दोनों टीमों के बीच खेला गया था। जब भी ये दोनों टीमें टेस्ट क्रिकेट में आपस में टकराती हैं तो उस सीरीज का नाम एशेज सीरीज होता है। एशेज श्रृंखला जीतने वाली टीम को एक छोटी सी ट्रॉफी दी जाती है, जिसमें लकड़ियों की गिल्ली की जली हुई राख होती है।
एशेज सीरीज 5 मैचों की श्रृंखला होती है और एक-एक बार दोनों टीमें इस प्रतिष्ठिति सीरीज की मेजबानी करती हैं। सालों से इस सीरीज ने दर्शकों में काफी रोमांच पैदा किया है। इन दो दिग्गज टीमों के बीच एशेज सीरीज में मुकाबला काफी कांटेदार होता है। दोनों ही देशों के हर क्रिकेटर का यही सपना होता है कि वो अपनी टीम की तरफ से एशेज सीरीज में खेले।
वहीं इस सीरीज में किए गए प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों के भविष्य के करियर की दिशा और दशा तय होती है। पहली अफीशियल एशेज सीरीज 1882-83 में खेली गई थी।