टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम ने कुछ बेहतरीन गेंदबाज दिए हैं। भारतीय टीम में स्पिनरों ने सबसे ज्यादा सफलताएँ हासिल की है। अलग-अलग समय पर भारतीय टीम में विभिन्न गेंदबाज देखने को मिले हैं। असली परीक्षा टेस्ट क्रिकेट में ही होती है। कई भारतीय गेंदबाज ऐसे रहे हैं जिन्हें टेस्ट क्रिकेट में 400 से ज्यादा विकेट मिले हैं।
बल्लेबाजों को परेशान करते हुए विकेट हासिल कर टीम को मजबूती प्रदान करने में गेंदबाजों का योगदान काफी अहम माना जाता है। टेस्ट क्रिकेट में यह टास्क और ज्यादा कठिन माना जाता है। कई बार बल्लेबाजों के लचर खेल के कारण गेंदबाजों की मेहनत पर पानी फिर जाता है और टीम को हार का सामना भी करना पड़ता है। उस स्थिति में गेंदबाजों को निराशा जरुर होती होगे लेकिन यह भी खेल का एक हिस्सा है। भारतीय टीम के साथ भी ऐसा कई बार हुआ है जब बल्लेबाजों के कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा। दिग्गज गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद टीम को जीत नसीब नहीं हुई। भारतीय टीम में ऐसे ही तीन गेंदबाज रहे हैं जिन्हें हारने वाले मैचों में भी विकेट मिले। हारे गए टेस्ट मैचों में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तीन गेंदबाजों का जिक्र इस आर्टिकल में किया गया है।
भारतीय टीम की हार वाले मैचों में ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज
बिशन सिंह बेदी
बाएँ हाथ के पूर्व भारतीय स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने भारत के लिए 67 टेस्ट मुकाबले खेले। उन्होंने इस दौरान 266 विकेट चटकाए। 99 उन मैचों में थे जिनमें भारतीय टीम को पराजय का सामना करना पड़ा था।
अनिल कुंबले
भारतीय लेग स्पिनर अनिल कुंबले का नाम हर रिकॉर्ड में कहीं न कहीं रहता है। करियर में अनिल कुंबले ने कुल 132 टेस्ट खेले और 619 विकेट अपने नाम किये। अनिल कुंबले के करियर में 124 विकेट उन टेस्ट मैचों में आए जिनमें भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था। अनिल कुंबले ने भारत की तरफ से सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट झटके हैं। विश्व क्रिकेट में ऐसा करने वाले वे तीसरे गेंदबाज हैं। वनडे में भी उन्होंने 300 से ज्यादा विकेट हासिल किये हैं।
कपिल देव
पूर्व भारतीय कप्तान और महान ऑल राउंडर कपिल देव का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। करियर में 131 टेस्ट मैच खेलने वाले कपिल देव के नाम कुल 434 विकेट है। 132 टेस्ट विकेट कपिल देव ने उन मैचों में झटके हैं जिनमें भारतीय टीम को पराजय का सामना करना पड़ा था।