#2 2004 में दूसरा वनडे बनाम पाकिस्तान - 15 (38)
2004 में भारत का पाकिस्तान दौरा कराची में एक करीबी जीत के साथ शुरू हुआ जहां उन्होंने 5 रन से जीत दर्ज की। हालांकि, रावलपिंडी की मेजबानी में दूसरे वनडे में, पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी की और अपने 50 ओवरों में 329/6 रन बनाये। भारत को केवल 81 ओवरों में 56 रनों की शानदार शुरुआत मिली लेकिन इसके बाद भारत ने दो विकेट जल्दी खो दिए। कप्तान सौरव गांगुली 12वें ओवर में 71/2 के स्कोर पर सचिन का साथ देने आये।
गांगुली अपनी पारी के दौरान काफी धीमा खेले और उनकी धीमी बल्लेबाजी की वजह से सचिन पर भी दवाब बढ़ने लगा। दोनों ने 12.1 ओवर बल्लेबाजी करने के बावजूद तीसरे विकेट के लिए मात्र 69 रन जोड़े। सचिन ने इस साझेदारी में 39 गेंदों पर 36 रन बनाये, वहीँ गांगुली 38 गेंदों पर मात्र 15 रन ही बना सके। आवश्यक रन-रेट 7 रन से आगे बढ़ गया जब सौरव 24वें ओवर में आउट हुए। सचिन ने शानदार शतक लगाया लेकिन अंत में भारत 12 रन से मैच हार गया। गांगुली ने अगर बल्लेबाजी के दौरान कुछ तेजी से खेला होता तो शायद परिणाम कुछ और होता।
#1 2005 में श्रीलंका के खिलाफ भारतीय तेल कप मैच - 51 (110)
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने के लिए भारत के चुने जाने के बाद दांबुला में श्रीलंका के खिलाफ टूर्नामेंट के चौथे मैच में गांगुली ने बल्लेबाजी में भारत के लिए ओपेनिंग की। गांगुली काफी संघर्ष करते हुए दिख रहे थे। गांगुली ने 51 रन की पारी खेली लेकिन इसके लिए उन्होंने 110 गेंदों का इस्तेमाल किया। गांगुली ने अपनी पारी में 70 गेंदे डॉट खेली। भारत 50 ओवर में मात्र 220 रन ही बना पाया। श्रीलंका की तरफ से जयवर्दने और चंदाना की पारियों की मदद से 48 ओवर में ही यह टारगेट हासिल कर लिया।