किसी भी आईपीएल टीम में विदेशी खिलाड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आईपीएल में उनकी टीम की सफलता में उनका प्रदर्शन महत्वपूर्ण है। इस साल के आईपीएल में शेन वॉटसन, एबी डीविलियर्स और क्रिस गेल ने कुछ बेहतरीन मैच जिताने वाली परियाँ खेली हैं। वहीं दूसरी ओर, कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जो अच्छा प्रदर्शन करने में संघर्ष कर रहे हैं। इन खिलाड़ियों को बड़ी क़ीमत अदा कर के खरीदा गया है और उनका ख़राब प्रदर्शन उनकी टीमों के लिए चिंताजनक है। विकल्पों की कमी के कारण, कुछ टीमें ऐसे खिलाड़ियों को अंतिम एकादश में जगह देती रही हैं, जबकि अन्य ने इन खिलाड़ियों की जगह बेहतर खिलाड़ियों को मौका दे दिया है। यहां हम ऐसे तीन विदेशी खिलाड़ियों पर नज़र डाल रहे हैं जो इस साल के आईपीएल में फ़्लॉप रहे हैं:
# 3 काइरोन पोलार्ड
मुंबई इंडियंस ने जब आरटीएम कार्ड के साथ काइरोन पोलार्ड शामिल किया था, तो इस ऑलराउंडर से बड़ी उम्मीदें थीं। इस वर्ष के आईपीएल में उनका खराब प्रदर्शन टूर्नामेंट में मुंबई के संघर्ष करने के प्रमुख कारणों में से एक है। इस आईपीएल में बल्लेबाज के रूप में खेलते हुए, उन्हें एक फिनिशर की भूमिका निभानी थी और पारी के अंत में रनों का अम्बार लगाने की जिम्मेदारी थी। मुंबई की ओर से अपने नौवें सीजन में खेलते हुए, पोलार्ड प्रभाव बनाने में नाकाम रहे। उन्होंने अभी तक खेले गए 7 मैचों में 15 से भी कम की औसत से केवल 76 रन बनाए हैं। उनकी लगातार विफलताओं के बाद, मुंबई के कोच महेला जयवर्धने ने पोलार्ड के प्रदर्शन के संबंध में निराशा व्यक्त की। विस्फोटक बल्लेबाज़ी करने वाले पोलार्ड को गेंद को टाइम करने में संघर्ष करते हुए देखकर दुख होता है। ऐसे में टीम प्रबंधन ने भी पोलार्ड को काफी मौके देने के बाद, जेपी डुमिनी को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ इस साल के आईपीएल में पहली बार उतारा। हालांकि इसके बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के ख़िलाफ़ पोलार्ड को दोबारा टीम में जगह दी गई लेकिन एक बार फिर पोलार्ड ने निराश किया।
# 2 डी 'आर्सी शॉर्ट
राजस्थान रॉयल्स ने जब इस साल की नीलामी में डी 'आर्सी शॉर्ट को 4 करोड़ रुपये में खरीदा तो , उन्हें इस साल के संभावित बड़े खिलाड़ियों में से एक माना गया था। वह बीबीएल के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज थे और टूर्नामेंट में 504 रन बनाए। स्टीवन स्मिथ की अनुपस्थिति में उनसे बड़ी उम्मीदें थीं। उम्मीदों के विपरीत, वह पूरी तरह से असफल रहे हैं। उन्होंने खेले गए चार मैचों में, 97.01 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 65 रन बनाए हैं। शीर्षकर्म में उनके खराब प्रदर्शन ने अन्य बल्लेबाजों को प्रभावित किया क्योंकि उन्हें फिर पारी को संभालना पड़ता था। उनके खराब फॉर्म के कारण, उन्हें पिछले कुछ मैचों में अंतिम एकादश में जगह भी नही दी गयी है। हेनरिक क्लासेन और जोफ्रा आर्चर के आगमन के बाद, कम ही उम्मीद है कि शॉर्ट को अपनी प्रतिभा साबित करने के लिए ज़्यादा मौक़ें मिलेंगे।
# 1 आरोन फ़िंच
इस साल के आईपीएल में, आरोन फिंच ने आईपीएल में सातवीं टीम के लिए खेलकर एक रिकॉर्ड बनाया। गुजरात लायंस के लिए खेलते हुए 2016 और 2017 में उनका बेहतरीन सीजन गुज़रा था। उन्होंने 2016 में 393 रन बनाए और 2017 में 300 रन बनाए। इन आंकड़ों को देखते हुए किंग्स-XI पंजाब ने इस साल की नीलामी में 6.2 करोड़ रुपये की कीमत देकर खरीदा। अपने विवाह के चलते शुरुआती मैचों के लिए उपलब्ध न होने के बाद, वह आरसीबी और सीएसके के खिलाफ लगातार बार शून्य के स्कोर पर आउट हुए। वह भी ख़ास यह रहा कि, दोनों ही मौकों पर वह पहली गेंद पर ही आउट हो गये थे। अब तक खेले गए 6 मैचों में, उनके नाम केवल 24 रन हैं। ऐसे में जबकि बेंच पर डेविड मिलर और मार्कस स्टोइनिस जैसे खिलाड़ी बैठे हों, फिंच को जल्द ही रंग में लौटना होगा, वरना वह अंतिम एकादश से बाहर भी हो सकते हैं। लेखक: सौरभ हुम्बरवाड़ी अनुवादक: राहुल पांडे