हर क्रिकेट खेलने वाले शख्स का यही सपना होता है कि वह बड़ा होकर अपने देश के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेले। अंतर्राष्ट्रीय स्तर में पदार्पण कर पाना इतना आसान नहीं होता है और वह भी भारत जैसे प्रतिभाशाली देश में। भारत में क्रिकेट का क्रेज बहुत ज्यादा है। यहां सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को उनके शानदार खेल की वजह से क्रिकेट के भगवान की उपाधि दी गयी। वहीं 2007 में वनडे विश्व कप (World Cup) में ख़राब प्रदर्शन की समर्थकों के द्वारा आलोचना भी की गयी थी और खिलाड़ियों के पोस्टर भी जलाये गए थे। यह साफ़ तौर पर दर्शाता है कि भारत में क्रिकेट की दीवानगी किस हद तक है।
खैर बात की जाए भारतीय टीम में खेलने की तो पिछले कई सालों में कई खिलाड़ियों को डेब्यू का मौका मिला। हालांकि डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों का करियर कामयाब हो ऐसा जरूरी नहीं है। कई बार खिलाड़ियों को डेब्यू का मौका तो मिल जाता है लेकिन उसके बाद उनके खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें कुछ मैचों के बाद टीम से बाहर का रास्ता भी दिखा दिया जाता है। भारतीय टीम में जगह को लेकर खिलाड़ियों को बीच काफी स्पर्धा है। इसी वजह से खिलाड़ियों को चुनिंदा मौकों पर ही खुद को साबित करना होता। इस आर्टिकल में हम ऐसे 3 खिलाड़ियों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिनकी अब भारतीय टीम में वापसी नामुमकिन है।
3 खिलाड़ी जिनकी अब भारतीय टीम में दोबारा वापसी नामुमकिन है
#3 परवेज रसूल
जम्मू कश्मीर के ऑलराउंडर परवेज रसूल पहले ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेला है। रसूल को घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छे प्रदर्शन के कारण 2013 में ज़िम्बाब्वे दौरे के लिए चुना गया था लेकिन वहां उन्हें डेब्यू का मौका नहीं मिला था। कुछ समय बाद उन्हें बांग्लादेश के दौरे पर वनडे डेब्यू का मौका मिला था। अपने डेब्यू वनडे में उन्होंने दो विकेट हासिल किये थे। हालांकि इसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और फिर उन्हें 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 में चुना गया और डेब्यू का मौका भी मिला। इस मैच में उन्होंने एक विकेट लिया था और 5 रन बनाये।
रसूल को इसके बाद टीम में फिर मौका नहीं दिया गया और अब उन्हें आईपीएल में भी कोई खरीददार नहीं मिल रहा है। ऐसे में रसूल की नए खिलाड़ियों के उम्दा प्रदर्शन के बीच टीम में वापसी लगभग मुश्किल ही है।
#2 राहुल शर्मा
लम्बे कद के लेग स्पिनर राहुल शर्मा ने आईपीएल 2011 में अपनी शानदार गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया था और उनके अच्छे प्रदर्शन की वजह से जल्द ही टीम इंडिया में उन्हें शामिल किया गया। हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ चुने जाने के बावजूद उन्हें डेब्यू का मौका नहीं मिला। इसके बाद उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ 2011 में खेली गयी वनडे सीरीज में मौका मिला था। इन्होंने अभी तक अपने करियर में मात्र 4 वनडे खेले हैं और 6 विकेट हासिल किये है। इसके अलावा 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 डेब्यू करने वाले राहुल अपने करियर में अभी तक मात्र दो टी20 ही खेल पाए हैं।
राहुल पिछले काफी समय से आईपीएल में भी नहीं नजर आये हैं और घरेलू स्तर पर भी उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। टीम में पहले से ही लेग स्पिनर के लिए चहल और राहुल चाहर मौजूद हैं। इसी वजह से अब इस खिलाड़ी की वापसी नामुमकिन है।
#1 वरुण आरोन
वरुण आरोन ने भारत के लिए टेस्ट और वनडे दोनों ही प्रारूप खेले हैं लेकिन यह गेंदबाज प्रभावशाली प्रदर्शन करने में नाकाम रहा और इसी वजह से इन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। इस खिलाड़ी के पास तेज गति से गेंदबाजी की काबिलियत तो थी लेकिन इनकी गेंदबाजी में नियंत्रण की कमी थी और इसी वजह से यह काफी महंगे साबित होते थे।
वरुण ने भारत के लिए टेस्ट में 9 मैचों में 18 विकेट लिए हैं। वहीं 9 वनडे मुकाबलों में 11 विकेट हासिल किये हैं। इस खिलाड़ी ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच 2015 में खेला था और तब से इनकी वापसी नहीं हुयी है। हाल में भारत को कई शानदार तेज गेंदबाज मिले हैं और उनके अच्छे प्रदर्शन के कारण आरोन की वापसी अब मुश्किल है।