इंडियन प्रीमियर लीग 2018 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का सफर कुछ खास नहीं रहा। इस सीजन की शुरुआत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने प्ले-ऑफ में जाने की उम्मीद के साथ की थी, लेकिन सीजन जैसे-जैसे आगे बढ़ता गया वैसे-वैसे टीम की प्लेऑफ में जाने की उम्मीदें कम होती गई। इस सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के जरिए नीलामी प्रक्रिया में खरीदे गए कुछ खिलाड़ी अपनी रकम के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए। जिसका खामियाजा रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की पूरी टीम को उठाना पड़ा। आईपीएल सीजन 11 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने खेले गए 14 लीग मुकाबलों में से छह मुकाबलों में जीत हासिल की तो वहीं आठ मुकाबलों में टीम को हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही टीम अंकतालिका में 12 अंकों के साथ छठे पायदान पर रही और प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाई। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने इस सीजन में काफी संघर्ष किया है। टीम के कई खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए, जिसके कारण टीम को मजबूती नहीं मिल पाई। बल्लेबाजी के अलावा टीम की गेंदबाजी भी कई मोर्चों पर फ्लॉप रही। टीम के पास डेथ ओवर में अच्छी गेंदबाजी करने वाले गेंदबाज की कमी हर मैच में देखने को मिली। आइए यहां जानते हैं उन खिलाड़ियों के बारे में जो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की विफलता के कारण रहे।
#1 क्रिस वोक्स
साल 2017 का इंडियन प्रीमियर लीग सीजन क्रिस वोक्स के लिए काफी अच्छा रहा था। इस सीजन में क्रिस वोक्स ने शानदार गेंदबाजी कर सुर्खियां बटोरी थी और बल्लेबाजों के नाक में दम कर दिया था। आईपीएल 2017 में बल्लेबाज भी क्रिस वोक्स की गेंदबाजी के कारण मुश्किलों में घिर जाते थे। आईपीएल 2017 में क्रिस वोक्स ने 8.77 की इकॉनोमी रेट के साथ गेंदबाजी करते हुए 17 विकेट हासिल किए थे। इसके बाद 2018 की आईपीएल नीलामी प्रक्रिया में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने क्रिस वोक्स को अपने साथ शामिल किया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खरीदे गए क्रिस वोक्स इंडियन प्रीमियर लीग 2018 की नीलामी में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के सबसे मंहगे खिलाड़ी थे। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने क्रिस वोक्स को 7.4 करोड़ की राशि देकर खरीदा था। 29 वर्षीय क्रिस वोक्स से रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को काफी उम्मीदें थी लेकिन क्रिस वोक्स उन उम्मीदों पर खड़े नहीं उतर पाए। अपनी नई फ्रेंचाइजी के लिए वो ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम साबित हुए। इस सीजन में उन्होंने पांच मुकाबले खेले और कुल आठ विकेट अपने नाम किए। इसके साथ ही उन्होंने गेंदबाजी के दौरान काफी रन लुटाए और उनकी इकॉनमी रेट 10.36 की रही। वहीं डेथ ओवर में भी क्रिस वोक्स की गेंदबाजी कुछ खास नहीं रही। अपनी निराशाजनक गेंदबाजी प्रदर्शन के कारण ही प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह टिम साउथी को शामिल किया।
#2 ब्रेंडन मैकुलम
इंडियन प्रीमियर लीग में न्यूजीलैंड के ब्रेंडन मैकुलम का रिकॉर्ड काफी अच्छा है। अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले ब्रेंडन मैकुलम ने आईपीएल में कई अहम पारियों को अंजाम दिया है। इसके साथ ही ब्रेंडन मैकुलम ने काफी बार अपनी टीम के लिए मैच जिताऊ पारियां भी खेली हैं। आईपीएल में ब्रेंडन मैकुलम ने सीजन 2018 से पहले के सारे सीजन में खेला है और इन 10 सीजन में खेले गए 109 मुकाबलों में 2881 रन स्कोर किए थे। ब्रेंडन मैकुलम आईपीएल के इतिहास में सबसे सफल विदेशी बल्लेबाजों में से एक हैं, लेकिन आईपीएल 2018 में ब्रेंडन मैकुलम का बल्ला ज्यादा नहीं चला और खामोश रहा। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 2018 की आईपीएल नीलामी में उन्हें 3.6 करोड़ रुपये की बड़ी रकम देकर अपने साथ शामिल किया। हालांकि, ब्रेंडन मैकुलम का यह सीजन आईपीएल के सबसे खराब आईपीएल सत्रों में से एक साबित हुआ है। मैकुलम ने इस सीजन में छह गेम खेले और 21 की औसत से महज 127 रन ही बनाए। ब्रेंडन मैकुलम इस सीजन में आरसीबी के लिए एक भी मैच जीतने वाला योगदान नहीं दे सके हैं। इंडियन प्रीमियर लीग के 2018 के सीजन में खेले गए मुकाबलों में ब्रेंडन मैकुलम ने कई बार अच्छी शुरुआत की लेकिन वो इन शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने में नाकाम रहे। अधिकतर मौकों पर इस सीजन के इंडियन प्रीमियर लीग में ब्रेंडन मैकुलम को भारतीय परिस्थितियों में संघर्ष करते हुए देखा गया, लेकिन यह संघर्ष सफल नहीं हो पाया।
#3 वॉशिंगटन सुंदर
इस बार के इंडियन प्रीमियर लीग सीजन में वॉशिंगटन सुंदर से रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को काफी उम्मीदें थी क्योंकि निधास टी20 ट्रॉफी में वॉशिंगटन सुंदर ने शानदार प्रदर्शन किया था और अपने इस शानदार प्रदर्शन के कारण उन्होंने बहुत उम्मीदें जगा दी थी। इंडियन प्रीमियर लीग 2018 की नीलामी में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने वॉशिंगटन सुंदर को 3.2 करोड़ रुपये की रकम का भुगतान किया था। हालांकि, सुंदर इस रकम के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए और इस इंडियन प्रीमियर लीग सीजन में नाकाम रहे। वॉशिंगटन सुंदर को अपने ऑल-राउंडर प्रदर्शन के लिए चुना जाना जाता है और इसी खासियत की वजह से आरसीबी ने इस बार सुंदर पर बोली लगाई थी लेकिन वो उम्मीदों पर खड़ा नहीं ऊतर पाए। वॉशिंगटन सुंदर न तो गेंद से कमाल दिखा पाए और न ही बल्ले से। उन्होंने 9.60 की खराब इकॉनोमी दर के साथ खेलते हुए सात मुकाबलों में केवल चार विकेट लिए। इसके अलावा बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने इस सीजन में केवल 65 रन ही बनाए थे। लेखक: सुजीथ मोहन अनुवादक: हिमांशु कोठारी