इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ गँवाने के बाद भारतीय टीम इस वर्ष के अंत में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी। ऑस्ट्रेलिआई टीम में पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की गैरमौजूदगी से भारत को फायदा होगा और टीम के लिए यह ऐतिहासक दौरा साबित हो सकता है। इंग्लैंड दौरे में कप्तान कोहली को छोड़कर किसी भी बल्लेबाज़ ने अपेक्षा अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया है और ऐसे में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे में कुछ खिलाड़ियों पर गाज गिर सकती है। तो आइये जानते हैं ऐसे 3 खिलाड़ियों के बारे में जो ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टीम से ड्रॉप किए जा सकते हैं:
शिखर धवन
इंग्लैंड दौरे पर धवन ने शुरूआती दौर में अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन टेस्ट सीरीज़ तक आते-आते उनके प्रदर्शन में लगातार गिरावट आई। मुरली विजय और फिर केएल राहुल के साथ मिल कर वह टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने में नाकाम रहे। बैंगलोर में अफगानिस्तान के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में शानदार शतक जड़ कर उन्होंने अपनी फॉर्म का संकेत दिया था और इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम में अपनी जगह बनाई थी। बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज़ ने टेस्ट सीरीज़ में आठ पारियों में 20.25 की औसत से केवल 162 रन बनाए। ऐसे में धवन को ऑस्ट्रेलिया दौरे में टीम से बाहर बैठना पड़ सकता है।
मुरली विजय
भारत के विदेशी दौरों में मुरली विजय का प्रदर्शन काफी हद तक टीम का भाग्य तय करता है। पिछले कुछ वर्षों में जब भी उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है भारतीय टीम जीती है। 2014 में भारत का इंग्लैंड दौरा इसका एक उदाहरण है, जब भारत ने टेस्ट सीरीज़ में इंग्लैंड को कड़ी टक्कर दी थी और वनडे सीरीज़ में अपना कब्ज़ा किया था। 34 वर्षीय सलामी बल्लेबाज़ ने हाल ही में खत्म हुई टेस्ट सीरीज़ में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया है, यहां तक उन्हें अंतिम टेस्ट से भी बाहर कर दिया गया था। ऐसे में गिरती फिटनेस और खराब फॉर्म की वजह से चेन्नई के इस खिलाड़ी को ऑस्ट्रेलिया दौरे में ड्रॉप किया जा सकता है।
दिनेश कार्तिक
इंग्लैंड दौरे में दिनेश कार्तिक स्टार खिलाड़ी के रूप में भारतीय टीम में शामिल किये गए थे। क्रिकेट प्रशंसक उन्हें वनडे टीम में शामिल ना किये जाने से नाराज़ थे। खासकर धोनी की खराब फॉर्म को देखते हुए उन्हें टीम में शामिल करना चाहिए था। निदाहस ट्रॉफी में खिताबी जीत के नायक रहे कार्तिक को आख़िरकार इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में खेलने का मौका मिला, लेकिन वह उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके। इंग्लैंड के खिलाफ खेले अपने दो टेस्ट मैचों में उन्होंने सिर्फ 21 रन बनाए। अपनी चार पारियों में कार्तिक ने 0, 20, 1 और 0 का स्कोर बनाया। उन्होंने बल्ले के साथ निराशाजनक प्रदर्शन किया तो विकेट के पीछे भी उनका प्रदर्शन औसत दर्जे का रहा। उदाहरण के तौर पर अपने दोनों टेस्ट मैचों में उनके और स्लिप में खड़े फील्डर में तालमेल की कमी दिखी, जिसकी वजह से कई कैच छूटे। वहीं पांचवें टेस्ट में विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत ने अपने शतक से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है और भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कार्तिक की जगह पंत को ही टीम में चुना जा सकता है। लेखक: हरषथ प्रभु अनुवादक: आशीष कुमार