#1. शिखर धवन
शिखर धवन ने पिछले कुछ समय में टेस्ट मैचों में प्रदर्शन काफी खराब रहा। भारत के नियमित सलामी बल्लेबाज़ होने के बावजूद उन्होंने अपनी गलतियों में सुधार नहीं किया। खासकर, स्विंग गेंदबाजों को खेलने में उन्हें परेशानी होती है। इंग्लैंड दौरे में वह ऑफ-स्टंप से बाहर जाती गेंद पर आउट होते रहे। अब यह स्पष्ट है कि वह सिर्फ स्पाट पिच पर ही बल्लेबाज़ी कर सकते हैं और इसलिए भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर खेलने के लिए वह उपयुक्त नहीं हैं।
आंकड़ों की बात करें तो इंग्लैंड के खिलाफ धवन ने 20.25 की औसत से केवल 162 रन बनाए और सीरीज़ में उनका सर्वोच्च स्कोर सिर्फ 44 रन था। ऐसे में, वेस्टइंडीज़ के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में युवा बल्लेबाज़ पृथ्वी शॉ को धवन पर तरजीह दी गई है और शॉ ने अपने पहले ही टेस्ट में शतक जमाकर यह साबित कर दिया है कि वह लंबी रेस के घोड़े हैं। इस प्रदर्शन से उन्होंने भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर अपनी दावेदारी मजबूत की है। इस हालत में धवन का टेस्ट टीम में वापसी करना मुश्किल लगता है।